Ferozepur News
विश्व पर्यावरण दिवस पर डीसीएम के स्कूलो में पौधा रोपण का आयोजन

विश्व पर्यावरण दिवस पर डीसीएम के स्कूलो में पौधा रोपण का आयोजन
-डीसी मॉडल स्कूल, दास एंड ब्राऊन और डीसीएम इंटरनैशनल में लिया पौधो की देखभाल करने का प्रण-
फिरोजपुर, 5 जून, 2025
विश्व पर्यावरण दिवस को समर्पित डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल, दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल और डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल में पौधा रोपण अभियान चलाया गया, जिसमें स्टॉफ और विद्यार्थियो द्वारा अपने स्कूल में 300 से ज्यादा पौधे लगाकर उनकी देखभाल करने का संकल्प लिया। डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के अंतर्गत आने वाले उक्त स्कूल्स को पहले से ही प्लास्टिक फ्री जोन घोषित किया हुआ है और जल्द ही इनमें हर्बल गार्डन भी बनाया जाएगा, जिसमें जड़ी-बूटियो के पौधे लगाए जाएंगे।
प्रिंसिपल याचना चावला ने बताया कि स्कूल में स्टॉफ और सुपर मोम्स द्वारा पौधा रोपण किया गया है। उन्होंने अध्यापको को भी संदेश दिया है कि वह भी घर के आसपास पौधे लगाकर धरती मां का हरियाली से श्रृंगार करे। उन्होंने बताया कि स्कूल में चल रहे योगा शिविर में भी हरियाली का संदेश दिया गया है। प्रिंसिपल ने कहा कि वर्तमान में पौधो को लगाना समय की बड़ी मांग है। उन्होंने कहा कि देश में ऑक्सीजन का स्तर घटने का मुख्य कारण ही पौधो की घटती संख्या है। उन्होंने कहा कि सिर्फ पौधे लगाना ही हमारा उद्देश्य नही बल्कि उनकी देखभाल करना भी हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। प्रिंसिपल ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के कारण ही लगातार गर्मी का बढऩा और ओजोन पर्त नष्ट होती जा रही है। सभी को मिलकर पर्यावरण को हरा-भरा बनाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने स्टॉफ के सदस्यो को पौधो रोपण की शपथ भी दिलवाई।
दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल के प्रिंसिपल रूचि पांडे ने बताया कि एनसीसी कैडेट द्वारा संयुक्त रूप से पौधा रोपण करने के अलावा उनकी देखभाल का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूल स्टॉफ द्वारा कैंपस के चारो तरफ पौधे लगाने के अलावा उनकी बच्चो की तरह देखभाल करने का भी संकल्प लिया है ताकि हरियाली को बढ़ावा दिया जा सके।
डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल के प्रिंसिपल अनुराधा चंदेल ने बताया कि स्कूल स्टॉफ और एनसीसी कैडे्टस द्वारा संयुक्त रूप से कुष्ट आश्रम व स्कूल प्रांगण में पौधा रोपण किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए पौधा रोपण जरूरी है। उनके द्वारा नीम, पीपल के अलावा फलदार पौधे लगाए गए है ताकि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जा सके।
-डीसी मॉडल स्कूल, दास एंड ब्राऊन और डीसीएम इंटरनैशनल में लिया पौधो की देखभाल करने का प्रण-
फिरोजपुर, 5 जून, 2025
विश्व पर्यावरण दिवस को समर्पित डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल, दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल और डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल में पौधा रोपण अभियान चलाया गया, जिसमें स्टॉफ और विद्यार्थियो द्वारा अपने स्कूल में 300 से ज्यादा पौधे लगाकर उनकी देखभाल करने का संकल्प लिया। डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के अंतर्गत आने वाले उक्त स्कूल्स को पहले से ही प्लास्टिक फ्री जोन घोषित किया हुआ है और जल्द ही इनमें हर्बल गार्डन भी बनाया जाएगा, जिसमें जड़ी-बूटियो के पौधे लगाए जाएंगे।
प्रिंसिपल याचना चावला ने बताया कि स्कूल में स्टॉफ और सुपर मोम्स द्वारा पौधा रोपण किया गया है। उन्होंने अध्यापको को भी संदेश दिया है कि वह भी घर के आसपास पौधे लगाकर धरती मां का हरियाली से श्रृंगार करे। उन्होंने बताया कि स्कूल में चल रहे योगा शिविर में भी हरियाली का संदेश दिया गया है। प्रिंसिपल ने कहा कि वर्तमान में पौधो को लगाना समय की बड़ी मांग है। उन्होंने कहा कि देश में ऑक्सीजन का स्तर घटने का मुख्य कारण ही पौधो की घटती संख्या है। उन्होंने कहा कि सिर्फ पौधे लगाना ही हमारा उद्देश्य नही बल्कि उनकी देखभाल करना भी हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। प्रिंसिपल ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के कारण ही लगातार गर्मी का बढऩा और ओजोन पर्त नष्ट होती जा रही है। सभी को मिलकर पर्यावरण को हरा-भरा बनाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने स्टॉफ के सदस्यो को पौधो रोपण की शपथ भी दिलवाई।
दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल के प्रिंसिपल रूचि पांडे ने बताया कि एनसीसी कैडेट द्वारा संयुक्त रूप से पौधा रोपण करने के अलावा उनकी देखभाल का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूल स्टॉफ द्वारा कैंपस के चारो तरफ पौधे लगाने के अलावा उनकी बच्चो की तरह देखभाल करने का भी संकल्प लिया है ताकि हरियाली को बढ़ावा दिया जा सके।
डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल के प्रिंसिपल अनुराधा चंदेल ने बताया कि स्कूल स्टॉफ और एनसीसी कैडे्टस द्वारा संयुक्त रूप से कुष्ट आश्रम व स्कूल प्रांगण में पौधा रोपण किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए पौधा रोपण जरूरी है। उनके द्वारा नीम, पीपल के अलावा फलदार पौधे लगाए गए है ताकि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जा सके।