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नीट में डीसीएम ग्रुप के 24भावी डॉक्टरो ने गाढ़े झंडे
-सख्त मेहनत और दृढ़ इरादो से ही सफलता को छूआ जा सकता है: गुप्ता-

नीट में डीसीएम ग्रुप के 24भावी डॉक्टरो ने गाढ़े झंडे– डीसीएम के होनहार विद्यार्थियो ने भावी डॉक्टर बन देश की सेवा करने की तरफ बढ़ाया कदम--विद्यार्थियो को सीईओ डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने दी शुभकामनाएं--सख्त मेहनत और दृढ़ इरादो से ही सफलता को छूआ जा सकता है: गुप्ता-
फिरोजपुर, 14 जून, 2025: शिक्षा के क्षेत्र में आए दिन नए कीर्तिमान स्थापित करने वाले डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के 24 विद्यार्थियो ने नैशनल इलीजिबिल्टी कम-एंट्रैंस टैस्ट -नीट- में ऑल इंडिया में बढिय़ा रैंक हासिल कर डॉक्टर बनने की तरफ कदम अग्रसर किया है। हैड सीनियर सैकेंडरी डा. ललित मोहन गुप्ता ने कहा कि इस परीक्षा में विद्यार्थियो ने अच्छे अंक लेकर देश के सर्वोच्च मैडिकल संस्थान से चिकित्सा की पढ़ाई करने की तरफ कदम बढ़ाया है। सीईओ डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने भावी डॉक्टर्स व उनके अभिभावको को शुभकामनाए देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि सख्त मेहनत व दृढ़ इरादो से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। जिस सोच के साथ आजादी से पहले एम.आर दास ने डीसीएम ग्रुप की स्थापना की थी, आज उनका सपना साकार हो रहा है।
डीसीएम प्रैजेडेंसी स्कूल लुधियाना की साम्या जैन ने 99.94 परसैंटाइल अंक हासिल किए है। डीसी मॉडल सीनियन सैकेंडरी स्कूल फिरोजपुर के हरमनदीप सिंह ने 99.91 परसैंटाइल, खुश चूचरा ने 99.59 परसैंटाइल, क्रिश शर्मा ने 99.56 परसैंटाइल, अयाति डोडा ने 99.52 परसैंटाइल, आरूलशाम कुमार ने 98.93 परसैंटाइल, यशिका राय ने 98 परसैंटाइल, कशिश ने 97.86 परसैंटाइल, अविघ्न दियोड़ा ने 97.72 परसैंटाइल, भूमि चौरसिाया ने 97.66 परसैंटाइल, नंदिनी ने 97.35 परसैंटाइल, कृति त्यागी ने 97.35 परसैंटाइल, शिवम पांडे ने 97.12 परसैंटाइल, लक्षिता शर्मा ने 96.34 परसैंटाइल, ऋद्धि शर्मा ने 95.49 परसैंटाइल, अपराजिता डोडा ने 94.8 परसैंटाइल, चिनिशा गुप्ता ने 94.44 परसैंटाइल, सिमरण वाट्स ने 93.78 परसैंटाइल, स्मृद्धि ने 92.46 परसैंटाइल, नित्या ने 91.39 परसैंटाइल, शब्द वाट्स ने 90.78 परसैंटाइल, रवनीत कौर ने 89.36 परसैंटाइल, भव्य पाल ने 78.55 परसैंटाइल, गोल्डी ने 64.87 परसैंटाइल हासिल किए है।
भावी डॉक्टरो की सुनो
– हरमनदीप सिंह के पिता बलविन्द्र ङ्क्षसह पेशे से किसान है और माता संदीप कौर गृहणि है। हमनदीप सिंह ने बताया कि वह 35 किलोमीटर दूर से डीसीएम में पढऩे आता था और उसने बिना किसी कोचिंग के नीट की परीक्षा पास की है। उसने बताया कि स्कूल के अध्यापको द्वारा उसे स्कूल में जो पढ़ाया गया, उसी के आधार पर उसने परीक्षा दी थी। वह रोजाना 7 से 8 घंटे पढऩा दिनचर्या का हिस्सा था और न्यूरो सर्जन में अपना भविष्य बनाना चाहता है।
– खुश चूचरा ने बताया कि कोर्डियो व न्यूरो डब्ल सुपर स्पैशलिस्ट डॉक्टर बनना चाहता है। उसके पिता रोहित चूचरा व माता रजनी पेशे से डैंटिस्ट है। वह भी अपने डॉक्टर बनकर जनहित की सेवा में अपने जीवन को लगाना चाहता है।
प्रवक्ता विक्रमादित्या शर्मा ने कहा कि सभी विद्यार्थी बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न है और उन्हें स्कूल में ही सीबीएसई पाठयक्रम के अनुसार तैयारी करवाई गई थी । डीसीएम में पढऩे वाले विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के अलावा प्रतियोगात्मक परीक्षाओ की भी तैयारी करवाई जाती है । उन्होंने कहा कि यह शिक्षा की गुणवत्ता का परिणाम है कि हर वर्ष डीसीएम के विद्यार्थी देश के उच्चतम संस्थाओ में एडमिशन पाते है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष डीसीएम के विद्यार्थियो को देश के सर्वश्रेष्ठ मैडिकल विश्वविद्यालयो में शिक्षा हासिल करने का सुअवसर प्रदान होता है। एक दशक से डीसीएम के 400 से ज्यादा डॉक्टर यूजी नीट की पढ़ाई को सम्पन्न कर देश-विदेश में पीजी नीट की पढ़ाई कर रहे है और विश्व के बेहतरीन अस्पतालो में सेवाए दे रहे है।
डा. ललित मोहन गुप्ता ने कहा कि डीसीएम ग्रुप के पिछले 78 वर्ष के इतिहास में इस स्कूल ने अनेको आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील सहित विभिन्न उच्च पदो पर नियुक्त अधिकारी तैयार किए है। प्रिंसिपल याचना चावला, प्रिंसिपल रजनी कालड़ा ने विद्यार्थियो को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।