मंदबुद्धि बच्चो के 38वें मैडिकल शिविर में नेपाल सहित देश के विभिन्न राज्यो से पहुंचे 1500 मरीज
डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने की ज्योति प्रचंड, डीसीएम के विद्यार्थियो ने बाखूबी की मरीजो की सेवा
मंदबुद्धि बच्चो के 38वें मैडिकल शिविर में नेपाल सहित देश के विभिन्न राज्यो से पहुंचे 1500 मरीज
-दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल में 100 डॉक्टरो की टीम ने किया मरीजो का उपचार, मरीजो की वीडियोग्राफी भी की-
-डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने की ज्योति प्रचंड, डीसीएम के विद्यार्थियो ने बाखूबी की मरीजो की सेवा-
फिरोजपुर, 18 दिसम्बर, 2022 मंदबुद्धि बच्चो की भलाई हेतू श्री राम शरणम आश्रम द्वारा दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल में लगाए 38वें होम्योपैथी मैडिकल शिविर में नेपाल सहित यूपी, गुजरात, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, जम्मू, दिल्ली से 1500 से ज्यादा मरीजो ने हिस्सा लिया। डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के सीईओ डा. अनिरूद्ध गुप्ता द्वारा प्रभु राम चित्र के आगे ज्योति प्रवज्जलित कर सभी मरीजो के जल्द स्वस्थ होने की दुआ की गई। उन्होंने कहा कि यह कैंप मरीजो के लिए लाभदायी साबित हो रहे है और इसके माध्यम से मरीजो के परिजनो में आशा की किरण पैदा हो रही है। गुप्ता ने डॉक्टरो की टीम को बधाई देते हुए कहा कि डॉक्टरो की सख्त मेहनत के बलबूते ही अभी तक हजारो बच्चे स्वस्थ हो चुके है। डा. पियूष गुप्ता ने बताया कि श्री राम शरणम आश्रम के मुख्य सेवादार पवन गुप्ता की याद में लगाए इस कैंप में 100 डॉक्टरो की टीम ने मरीजो का तसल्लीबख्श उपचार करने के अलावा हरेक मरीज की वीडियोग्राफी भी की गई ताकि आगामी शिविर में मरीज में हुए सुधार के बारे में पता चल सके। आयोजको द्वारा समाजसेवा के क्षेत्र मेंं कार्य करने वाले विभिन्न लोगो के अलावा स्कूल प्रशासन के सदस्यो को भी श्री राम चित्र देकर सम्मानित किया गया। डीसीएम के विद्यार्थियो ने की सेवा शिविर में दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल के 60 से ज्यादा विद्यार्थियो ने खुले दिल से मरीजो की सेवा की। विद्यार्थियो द्वारा मरीजो की रजिस्ट्रेशन करने से लेकर शारीरिक रूप से असहाय बच्चो को खुद अपने कंधो व व्हील चेयर में बैठाकर कैंप में लाए । मरीजो और उनके परिजनो को कोई दिक्कत ना हो इसका भी बच्चो ने बाखूबी से ध्यान रखा। बच्चो की सेवा को देख डॉक्टरो की टीम सहित आयोजको ने खूब प्रशंसा की। आयोजको ने कहा कि वाकई डीसीएम द्वारा विद्यार्थियो को उच्च स्तरीय शिक्षा देने के अलावा उनमें नैतिक संस्कार और सेवा भाव भी पैदा किए जा रहे है। नेपाल से आई दोनो बहने मंदबुद्धि – पिछले 12 वर्षो से लग रहे कैंप में मरीजो को ठीक होता देख नेपाल के जिला चितौर निवासी वासुदेव अपनी दो बेटियो को लेेकर कैंप में पहुंचे। वासुदेव ने बताया कि उनका दोस्त गोबिंद शर्मा जोकि लुधियाना में रहता है, उसने जब कैंप के बारे में बताया तो वह एक आशा की उम्मीद लेकर अपनी 15 वर्षीय बेटी आशिका तथा 8 वर्षीय बेटी आयुषा को लेकर कैंप में आया। उसने बताया कि उसकी दोनो बेटिया ना तो बोलती है और ना ही वह उनमें सोचने-समझने की शक्ति है। वासुदेव ने कहा कि जिस तरह से डॉक्टरो ने बहुत बढिय़ा ढंग से उनकी बेटी का उपचार शुरू किया है उन्हें उम्मीद है कि बहुत जल्द उनकी लक्ष्मी रूपी बेटिया ठीक हो जाएगी। – जम्मू से पहुंचे कमल ङ्क्षसह ने बताया कि उनका बड़ा बेटा 16 वर्षीय नीरज सिंह के हाथ-पैर काम नहीं करते है। वह दूसरी बार इस कैंप में आए है और चार महीने में उसके बेटे में काफी सुधार आया है। उनका बेटा अब गर्दन भी घुमा लेता है और उसके हाथ-पैर भी चलने शुरू हो गए है। उन्होंने कहा कि वाकई दास एंड ब्राऊन स्कूल में राम शरणम का जो कैंप लग रहा है, उसमें लोगो को लाभ मिल रहा है। – मलोट से पहुंची महिला ने बताया कि पिछले 4 वर्षो से इस कैंप में आ रहे है और अब उनका बेटा बोलना भी शुरू हो गया है और उसमें स्मरण शक्ति मजबूत होने के अलावा काफी सुधार आया है। इस अवसर पर डा. दीपज्योत कौर, डा. दुष्यंत, डा. एकओंकार, डा. पियूष, आयुष, राहुल छारिया, राजेश, कृष्ण गुप्ता, नरेश, विजय, राजेश, डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स से प्रिंसिपल राजेश कुमार चंदेल, डिप्टी प्रिंसिपल मनीश बांगा, डिप्टी प्रिंसिपल चारू यादव, सीनियर वीपी सजय भट्टाचार्य, वीपी डा.सैलिन, हैड मिस्ट्रेस अर्चना, एवीपी एडमिन ऋषि सहित अन्य उपस्थित थे।