शान्ति विद्या मंदिर में जोश से मनाया गया 73 वां गणतंत्र दिवस
शान्ति विद्या मंदिर में जोश से मनाया गया 73 वां गणतंत्र दिवस
आज शांति विद्या मंदिर में भारत का 73 वां गणतंत्र दिवस बड़े ही उत्साह से मनाया गया। जो कि ऑमिक्रोन के चलते स्कूल के अध्यापकों द्वारा ही मनाया गया।इस कार्यक्रम में स्कूल की प्रिसिपल श्रीमती रजनी मडाहर मुख्य अतिथि के रूप में और अध्यापिका मिस बबीता गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम भगवान श्री गणेश के सामने ज्योति प्रज्वलित कर उन पर पुष्प चढ़ाए गए। तत्पश्चात ध्वजारोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। स्कूल को बहुत ही सुंदर ढंग से तिरंगे के तीनों रंगों से सजाया गया। स्कूल के छात्रों ने ऑनलाइन कक्षाओं के चलते ही इसमें भाग लिया। उन्होंने फलों, सब्जियों,दालों और चावल पर रंग करके तिरंगा , भारत का नक्शा,और तीन रंगों के बैज बनाए। स्कूल में चलते हुए कार्यक्रम में अध्यापिका प्रिया ने गणतंत्र दिवस के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किए।
अध्यापिका सिमी ने छात्रों को, जोकि उस समय ऑनलाइन उपस्थित थे, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में क्या अंतर है उसके बारे में बताया और एक बहुत ही सुंदर कविता प्रस्तुत की स्कूल की। अध्यापिकाओं ने अपने देश की शान में ग्रुप सॉन्ग गाया। इन सब में स्कूल की म्यूजिक अध्यापिका श्रीमती डिंपल का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
तत्पश्चात सम्माननीय अतिथि मिस बबीता ने देश के वीर सपूतों के विषय में अपने विचार देते हुए सर्वप्रथम सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि हमें भी उन वीरों की वीरता की भावनाओं को अपने बच्चों में भरना चाहिए ताकि वह भी आगे चलकर इन्हीं वीरों की तरह अपना और अपने देश का नाम रोशन करें। इस अवसर पर स्कूल के माननीय अध्यापक सरदार गुरसाब सिंह ने अपने विचार देते हुए सर्वप्रथम सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी और सभी अध्यापकों द्वारा किए गए कार्य को सराहा।
उन्होंने कहा कि आगे भी हम इसी प्रकार मिलजुल कर हर एक कार्यक्रम को अच्छे से अच्छा बनाएंगे। अपने बच्चों में देश भक्ति की भावना का विकास करेंगे। कार्यक्रम के समापन के समय सम्माननीय अतिथि मिस बबीता को सम्मानित किया गया और राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।