प्रतिभा गल्र्स स्कॉलरशिप प्रोग्राम में मयंक फाऊंडेशन ने 39 छात्राओ को भेंट की 10-10 हजार की स्कॉलरशिप
बेटियो के हौंसलो को पंख देने के उद्देश्य से पिछले चार वर्ष से 39 छात्राओ को तीन साल तक दी जाती है 10 हजार की राशि
प्रतिभा गल्र्स स्कॉलरशिप प्रोग्राम में मयंक फाऊंडेशन ने 39 छात्राओ को भेंट की 10-10 हजार की स्कॉलरशिप
-बेटियो के हौंसलो को पंख देने के उद्देश्य से पिछले चार वर्ष से 39 छात्राओ को तीन साल तक दी जाती है 10 हजार की राशि –
-दास एंड ब्राऊन स्कूल के ऑडिटोरियम में भव्य समारोह का आयोजन, खेल, शिक्षा और यातायात के क्षेत्र में कदम उठा रही फाऊंडेशन-
फिरोजपुर
सीमावर्ती जिले की बेटियों को उच्च स्तरीय शिक्षा हेतू प्रेरित करने तथा उन्हें छात्रवृति प्रदान कर हौंसलो को पंख लगाने के उद्देश्य से मयंक फाऊंडेशन द्वारा प्रतिभा गल्र्स स्कॉलरशिप प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पढऩे की इच्छा रखने वाली तथा आर्थिक रूप से कमजोर 39 बेटियो को लगातार तीन वर्ष तक प्रत्येक साल 10 हजार रूपए देने का संकल्प लिया। मयंक फाऊंडेशन द्वारा पिछले चार वर्षो से यह प्रोग्राम चलाया जा रहा है।
दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल के विष्णु भगवान राय बहादुर हाल में भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें युवा उद्यमी, स्पीकर व समाजिक कार्यकर्ता मनदीप कौर तांगरा ने मुख्यातिथि के तौर पर हिस्सा लिया, जबकि समाजसेविका संजना मित्तल, डिस्ट्रिक चैयरमेन ईनरव्हील डिस्ट्रिक 309 सुरिन्द्र मोंगा, पूर्व चैयरमेन संतोष शर्मा, रैड क्रास सचिव अशोक बहल विशेष रूप से पहुंचे। समारोह की अध्यक्षता फाऊंडेशन के अध्यक्ष व शिक्षाविद्व डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने की।
फाऊंडेशन के संस्थापक दीपक शर्मा ने कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्यो का स्वागत किया और मयंक फाऊंडेशन द्वारा वर्ष भर में करवाए जाने वाले कार्यक्रमो पर प्रकाश डाला।
प्रोजैक्ट कोआर्डीनेटर विनेश गल्होत्रा ने बताया कि फाऊंडेशन द्वारा पिछले चार वर्षो से हर साल 39 छात्राओ को स्कॉलरशिप प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि दसवी और बाहरवी की परीक्षाओ में उच्चतम अंक लाने वाली छात्राओ की तलाश की जाती है। जिसके बाद मयंक फाऊंडेशन द्वारा ऐसे विद्यार्थियो की सूची तैयार कर इनकी लिखित परीक्षा ली जाती है। जो छात्राए इस परीक्षा में उतीर्ण होती है, उसके बाद फाऊंडेशन के सदस्यो द्वारा उनके घर के हालात देखे जाते है। उन्होंने कहा कि जो बेटिया वाकई जरूरतमंद दिखती है और मन में पढऩे की इच्छा रखती है, ऐसी बेटियो की पहचान कर उन्हें हरेक साल 10-10 हजार यानिकि तीन वर्ष में एक छात्रा को 30 हजार रूपए भेंट किए जाते है।
मुख्यातिथि मनदीप कौर तांगरा ने मयंक फाऊंडेशन द्वारा आयोजित प्रतिभा गल्र्स स्कॉलरशिप प्रोग्राम की भरजोर शब्दो में सराहना की। उन्होंने कहा कि जहां आज भी कई स्थानो पर बेटियो को पढऩे से रोका जाता है तो वहीं फाऊंडेशन द्वारा बेटियो की सहायता हेतू जिस तरह से प्रयास किए जा रहे है, उसके लिए सभी सदस्य बधाई के पात्र है। उन्होंने कहा कि फाऊंडेशन का यह कार्य काबिल-ए-तारीफ है।
डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने कहा कि सीमावर्ती जिला होने के कारण बेशक जिला उद्योगिक रूप से पिछड़ा हो, लेकिन शिक्षा और खेलो के क्षेत्र में जिले का नाम विश्व के मानचित्र पर चमकता है। डा. गुप्ता ने कहा कि प्रतिभा गल्र्स स्कॉलरशिप प्रोग्राम बेटियो के लिए लाभदायक साबित हो रहा है और इसके माध्यम से बेटियो में पढऩे की ललक पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि फाऊंडेशन द्वारा समय-समय पर इस तरह के प्रकल्प चलाकर समाज को नई दिशा देने की कोशिश की जा रही है।
मंच संचालन की भूमिका स्टेट अवार्डी अध्यापक मीनाक्षी टंडन और अश्विनी शर्मा ने बाखूबी से निभाई। इस अवसर पर डा. गजलप्रीत अरनेजा, प्रिंसिपल राजेश मेहत्ता, हरीश मोंगा, विपुल नारंग, योगेश हांडा, अरनिश मोंगा, विकास गुंबर, अजय चन, दीपक नरूला, दीपक मठपाल, अमित सेतिया, सुमेश गुंबर, संदीप सहगल, दिनेश चौहान, आसीम अग्रवाल, सचिन आन्नद, राजीव शर्मा, अरूणव वशिष्ठ, अक्षिता, राकेश कुमार, कमल शर्मा, रंजन शर्मा, सहित अन्य उपस्थित थे।
मयंक की याद में बनी थी फाऊंडेशन
7 अक्तुबर 2017 को युवा छात्र मयंक शर्मा का सडक़ हादसे में देहांत हो गया था। जिसके बाद उसके परिजनो तथा मित्रो तथा मयंक की याद को ताजा रखने के लिए मयंक फाऊंडेशन का गठन किया गया था। मयंक बैडमिंटन का खिलाड़ी था। फाऊंडेशन द्वारा शिक्षा, खेल और यातायात के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाई जाती है।