राणा सोढ़ी ने बाढ़ प्रभावित गांवो में शुरू करवाया राहत कार्य, टूटे पुलो पर मिट्टी डलवा बनवाना शुरू किया
राणा सोढ़ी ने बाढ़ प्रभावित गांवो में शुरू करवाया राहत कार्य, टूटे पुलो पर मिट्टी डलवा बनवाना शुरू किया
-बोले: सरकार की नाकामियो को झेल रहे गांवो के लोग, गांवो में जाने की सडक़े टूटने से लोग हो रहे परेशानी-
-प्रभावितो को 25 हजार प्रति एकड़ और घर टूटने वालो को 1 लाख रूपए मुआवजा देने की मांग-
फिरोजपुर
बाढ़ के कारण गांवो की सडक़े और पुल टूटने के कारण प्रभावित लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय विशेष आमंत्रित सदस्य और पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी बाढ़ प्रभावितो की मदद के लिए आगे आए है। सोढ़ी द्वारा शुक्रवार को गांव गट्टी बैल्ट के गांवो का दौरा किया गया। उन्होंने देखा कि सडक़े पूरी तरह से टूट चुकी है और पुल टूटने के कारण लोगो को जान जोखिम में डालकर गुजरना पड़ रहा है। सोढ़ी ने जहां पुलो पर मिट्टी डलवाकर गांवो में जाने का रास्ता सुचारू बनाने हेतू कदम उठाए वहीं गा्रमीणो को पशुओ के लिए फीड सहित अन्य राशन सामग्री मुहैया करवाई। सोढ़ी द्वारा अभी तक 300 क्विंटल कैटल फीड के अलावा ट्रैक्टर-ट्रालियो में डीजल डलवाकर पुलो पर मिट्टी डलवाई जा रही है। उनके द्वारा ग्रामीणो को तिरपाल, भोजन, साफी पानी भी मुहैया करवाया जा रहा है। सोढ़ी ने कहा कि जो काम प्रशासन और पंजाब सरकार को करना चाहिए वह काम समाजसेवी संस्थाए और उनके द्वारा किया जा रहा है।
राणा सोढ़ी ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अभी तक ना तो स्पैशल गिरदावरी करवाई जा रही है ना ही लोगो की सहायता की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बाढ़ प्रभावितो की सहायता करने में पंजाब सरकारी पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ भाषण देने से लोगो की मदद नहंी हो जाती, बल्कि लोगो की सहायता हेतू जमीनी स्तर पर उतरना पड़ता है।
उन्होंने सरकार से मांग की है जिन किसानो की फसल बर्बाद हुई है, उन्हें 25 हजार प्रति एकड़ के मुताबिक मुआवजा तुरंत प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि बार्डर एरिया के पास अधिकतर किसानो की गिरदावरी नहीं है। सरकार द्वारा वहां के सरपंच, कानूनगो सहित पटवारी की कमेटी बनाकर खेती करने वाले किसानो को मुआवजा राशि तुरंत प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि पानी के प्रभाव के कारण ज्यादातर लोगो के घर टूट चुके है, उन्हें एक लाख की मुआवजा राशि दी जाए।
सोढ़ी ने कहा कि सीमावर्ती लोग उनके परिवार का अभिन्न अंग है और उनकी सहायता के लिए उनके द्वारा कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि सीमा के पास रहने वाले लोग देश के सैनिक की तरह काम करते है।