पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मनाया वल्र्ड इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी वीक 2021, अनिरूद्ध गुप्ता ने की अध्ययक्षता
शिक्षण संस्थान व इंडस्ट्री साथ-साथ चले तो युवाओ को रोजगार के साधन के अलावा आगे बढऩे का जोश होगा पैदा: गुप्ता-
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मनाया वल्र्ड इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी वीक 2021, अनिरूद्ध गुप्ता ने की अध्ययक्षता
– शिक्षण संस्थान व इंडस्ट्री साथ-साथ चले तो युवाओ को रोजगार के साधन के अलावा आगे बढऩे का जोश होगा पैदा: गुप्ता-
फिरोजपुर, 1 मई, 2021: वल्र्ड इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी वीक 2021 के तहत पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की उच्च स्तरीय वीडियो कांफ्रैंसिंग का आयोजन हुआ, जिसमें देश की प्रमुख शिक्षाविद्वो व उद्योगपतियो ने हिस्सा लेकर भविष्य में शिक्षण संस्थानो व उद्योगो में समन्वय के बारे में विचार-चर्चा की।
कांफ्रैंस की अध्यक्षता पीएचडी चैंबर की पंजाब एजुकेशन कमेटी के चैयरमेन व डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के सीईओ अनिरूद्ध गुप्ता ने की, जबकि देशभगत यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. शालिनी गुप्ता, आईआईटी रोपड़ से डा. आशिष साहनी, एडवोकेट गीता गुलाटी, इंटैग्रम आईपी मोहाली से डा. श्वेता सैन थलवाल सहित अन्य मौजूद थे। वर्णनीय है कि पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा 26 से 30 अप्रैल तक मनाए गए वल्र्ड इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी वीक का वीडियो कांफ्रैंस में विचार-चर्चा के माध्यम के बाद समापन किया गया।
जिसका उद्देश्य स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजिज व स्टार्टअप का इकॉनमी के बारे में बताना और इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी राइट में बिजनैस को मजबूत करने में किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है पर विचार-विमर्श किया गया।
पीएचडी चैंबर की पंजाब एजुकेशन कमेटी के चैयरमेन अनिरूद्ध गुप्ता ने शिक्षा के क्षेत्र में इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी के अधिकारो के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में स्वामित्व अधिकार तथा टैक्नोलॉजी ट्रांस्फर के बारे में विस्तृत चर्चा भी की। गुप्ता ने कहा कि 203 शैक्षणिक संस्थानो द्वारा की गई रिसर्च में सामने आया है कि भारत के ज्यादातर युवा शोधकर्ताओ को इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी राइट के बारे में जानकारी नही है और ना ही उन्हें इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी द्वारा होने वाले आर्थिक लाभ के बारे ज्यादा जानकारी है। उन्होंने कहा कि यह बहुत निराशा वाली बात है 35 फीसदी से ज्यादा शोधकर्ताओ को ज्ञान ही नही कि इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी क्या है?
अनिरूद्ध गुप्ता ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो स्मॉल एंड मीडियर इंटरप्राइजित -एमएसएमई- के सहयोग से अमृतसर में आईपी फैसिलिटेशन सैंटर की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि इंटलैक्चुअल प्रॉप्रटी का अधिकार इनोवेटर्स को ना सिर्फ उनके अविष्कारो बल्कि बेहतरीन सहयोग व वित्तिय सहायता प्राप्त करने में भी मदद करता है। गुप्ता ने कहा कि इंटरनैशनल पैटेंट सिस्टम के वार्षिक समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि भारतीय विश्वविद्यालयो की संपूर्ण रूप में मात्र छह फीसदी पैटेंट एप्लीकेशन पाई गई, इससे यह जाहिर होता है कि युवा भावी शोधकर्ताओ में आइडियाज की कमी है।
गुप्ता ने कहा कि यूनिवर्सिटीज के पास कई ऐसी युवा शोधकर्ता प्रतिभाए है, जिनके पास नए-नए आइडियाज है और उन आइडियाज की उद्योगो को समय के मुताबिक जरूरत भी है। किसी भी उद्योग को प्रफुल्लित होने के लिए शिक्षित वर्करो की जरूरत है, जोकि उच्च शैक्षणिक संस्थाए ही दे सकती है। अगर शिक्षण संस्थान व इंडस्ट्री साथ-साथ चले तो ना सिर्फ रोजगार के नए अवसर प्रदान होंगे, बल्कि युवाओ में भी आगे बढऩे का जोश बना रहेगा।
उन्होंने कहा कि प्राइवेट सैक्टर में विचारो को विकास उत्प्रेरक के रूप में बदलने के लिए हमेशा से प्रयास किए जाते है।