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संयुक्त राष्ट्र दिवस ‘ पर विशेष शानदार 75 वर्ष , पर मंज़िल अभी दूर : दीपक शर्मा

संयुक्त राष्ट्र दिवस ‘ पर विशेष शानदार 75 वर्ष , पर मंज़िल अभी दूर : दीपक शर्मा

संयुक्त राष्ट्र दिवस ‘ पर विशेष शानदार 75 वर्ष , पर मंज़िल अभी दूर : दीपक शर्मा

साल 2020 के इस वर्ष में संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75 साल पूरे होने के मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतरेस ने ठीक ही चेताया है कि आज दुनिया एक ऐसे अंधे मोड़ पर खड़ी है, जहां से आगे बढ़ने के लिए असाधारण एकता और विश्व स्तरीय साझा प्रयास की जरूरत है। द्वितीय विश्वयुद्ध का विध्वंसक रूप देखने के बाद शांति के जिस सपने को साकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ का गठन किया गया था, वह इस रूप में कमोबेश सफल कहा जा सकता है कि इन 75 वर्षों में दुनिया ने चाहे छोटे- मोटे जितने भी युद्ध देखे हों,परन्तु तीसरा विश्वयुद्ध नहीं देखा। लेकिन जैसी चुनौतियां अभी हमारे सामने हैं, उन्हें देखते हुए यह चिंता अवश्य है कि हमारा समाज कोरोना जैसी भीषण महामारी और उससे पैदा हो रही आर्थिक समस्याओं से जल्दी पार पा जाएगा, या इनसे मुंह चुराने की कोशिश में कुछ और भी ज्यादा भयानक समस्याएं अपने सामने खड़ी कर लेगा।

संयुक्त राष्ट्र संघ का गठन
संयुक्त राष्ट्र संघ पहले विश्व युद्ध के विनाश के बाद 1945 में उभरा था, आज उसका लक्ष्य भावी पीढ़ियों को युद्घ की भयावहता से बचाना है ।इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना और राष्ट्रों के बीच मित्रतापूर्ण संबधों को बढ़ावा देना है । संयुक्त राष्ट्र संघ का घोषणा-पत्र मानावाधिकारों का समर्थन करता है और इस बात को स्पष्ट करता है कि सभी देश सामाजिक, आर्थिक, मानवीय और सांस्कृतिक चुनौतियों का सामना मिल कर करें ।

संयुक्त राष्ट्र एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई।

द्वितीय विश्वयुद्ध के विजेता देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र संघ को अन्तर्राष्ट्रीय संघर्ष में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से स्थापित किया था। वे चाहते थे कि भविष्य में फ़िर कभी द्वितीय विश्वयुद्ध की तरह के युद्ध न उभर आए। संयुक्त राष्ट्र की संरचना में सुरक्षा परिषद वाले सबसे शक्तिशाली देश (संयुक्त राज्य अमेरिका, फ़्रांस, रूस और यूनाइटेड किंगडम) द्वितीय विश्वयुद्ध में बहुत अहम देश थे।

वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ में विश्व के लगभग सारे अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त 193 सदस्य देश हैं। इस संस्था की संरचना में आम सभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक व सामाजिक परिषद, सचिवालय और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय सम्मिलित है।

अगर संयुक्त राष्ट्र की सफलताओं पर नजर डालें तो पता चलता है कि संयुक्त राष्ट्र ने कई क्षेत्रों में अच्छा काम किया है , यूनेस्को, यूनिसेफ़ जैसे संगठनों ने आम आदमी के जीवन को आसान बनाने में खास योगदान दिया है ।संयुक्त राष्ट्र संघ ने कुछ ऐसे विषयों पर सरकारों और जनता का ध्यान आकर्षित किया है, जो इसके अभाव में अछूते व उपेक्षित ही रह जाते ।

परंतु अभी भी बहुत लंबा सफ़र तय करना बाक़ी है । आज भी दुनिया भर में 20 करोड़ बच्चों को भरपेट भोजन नहीं मिल पाता । ग़रीबी, आतंकवाद , लैंगिक असमानता, स्वास्थ्य सेवाएँ, शिक्षा,पर्यावरण प्रदूषण, रंग-भेद, ग्लोबल वारमिंग आदि समस्याओं को दूर कर पाना अभी आने वाले वर्षों में भी संयुक्त राष्ट्र संघ के लिये चुनौती रहेगी ।

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