दास एंड ब्राऊन व्लर्ड स्कूल में यादगार संगीतमयी कार्यक्रम ब्वदसिनमदबम 2016 (सुरसंध्या) का आयोजन
”गुणात्मक तथा विष्वस्तरीय षिक्षा ही भारत को इस 21वी सदी में विष्व के मानचित्र पर षिखर में लेकर जा सकती है”, यह उद्गार मेजर जनरल राजेष कुन्द्रा, जनरल आफिसर कमांडिंग, गोल्डन ऐरो डिवीज़न ने स्थानीय दास एंड ब्राऊन व्लर्ड स्कूल, फिरोज़पुर शहर में आयोजित हुए ब्वदसिनमदबम 2016 (सुरसंध्या) कार्यक्रम जो सूफी संगीत को समर्पित था, की अध्यक्षता करते हुए प्रगट किए।
उन्होने कहा कि यहां आकर उन्हें यह अहसास हुआ कि फिरोज़पुर, जिसे आम तौर पर पिछड़ा तथा सुस्त शहर माना जाता है, वहां इस स्कूल में किस प्रकार बच्चों को विष्वस्तरीय सहूलतें दी जा रही है तथा किस प्रकार से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयत्न की जा रहे है। उन्होने कहा कि मैने विष्व भर के बेहतरीन षिक्षण संस्थानों का भ्रमण किया है और वे पूरे यकीन के साथ यह बात कह सकते हैं के जिस प्रकार का प्रबंधन उन्होने यहां देखा है, वह किसी भी विष्वस्तरीय स्कूल से किसी भी प्रकार से कम नहीं है। उन्होने कहा कि यह फिरोज़पुर जैसे सरहदी क्षेत्र के लिए गर्व कि बात है उनके क्षेत्र में डी.सी.एम.ग्रुप आफ स्कूलज़ जैसा षिक्षण संस्थान है जो पिछले सत्तर सालों से इस क्षेत्र की सेवा कर रहा है तथा षिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दे रहा हैं । उन्होने कहा कि डी.सी.एम.ग्रुप आफ स्कूलज़ नें आज भारत के शीर्ष संस्थानों में अपनी जगह बनायी है तथा इस क्षेत्र का नाम रोषन किया है।
इस संगीतमयी शाम में पूरे फिरोज़पुर क्षेत्र से आर्मी तथा बी.एस.एफ के उच्च अधिकारी, जिला प्रषासन के प्रमुख अधिकारी तथा हज़ारों की संख्या में शहर के गणमान्यजनों तथा प्रबुद्ध जनों ने भाग लिया तथा समारोह की शोभा बढायी जिनमें श्रीमती चंदा कुन्द्रा, डिप्टी जी.ओ.सी. ब्रिगेडियर नरिंद्र सिंह, ब्रिगेडियर अभय दयाल, ब्रिगेडियर एच.एस.मेहर, ब्रिगेडियर एच.एस.जग्गी के अतिरिक्त श्री ओमपाल सिंह, सी.ई.ओ. कैंट बोर्ड आदि भी मौजूद थे।
इस संगीतमयी शाम का शुभ आरंभ श्रीमती चंदा कुन्द्रा तथा श्रीमती कांता गुप्ता, डायरैक्टर, डी.सी.एम.ग्रुप आफ स्कूलज़ ने शमा रोषन करके किया। डी.सी.एम.ग्रुप के बैंड, निर्वाणा, सिम्फनी, ब्राऊनियन पंच तथा लुधियाना से विषेष रूप से पहुंचे करसेंडों ने अपनी मधुर सूफी रचनाओं तथा बेहतरीन कोरियोग्राफी के साथ ऐसा समय बांधा कि आए हुए दर्षक आनन्दविभोर हुए बिना रह नहीं पाएं। इन रचनाओं में पिया हाज़ी अली, अरज़ियां, भर दो झोली मेरी, नित खैर मंगां, तू मेरे रूबरू, छल्ला, सईयो नी तथा अन्य रचनाओ ने ऐसा समय बांधा कि कोई भी हाथ ताली बजाए बिना नहीं रह पाया।
श्रीमती संगीता निस्तेंद्र, पिं्रसीपल दास एंड ब्राऊन व्लर्ड स्कूल ने कहा सूफी संगीत जहां हमें रूहानियत का अहसास दिलाता है वही हमें झूमने के लिए भी मजबूर कर देता है। उन्होने कहा दास एंड ब्राऊन व्लर्ड स्कूल में हमारा लक्ष्य बच्चों के संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास करना है।
इस संगीतमयी समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए जिला प्रषासन, पुलिस, आर्मी तथा बी.एस.एफ के प्रमुख पदाधिकारियों के अतिरिक्त श्री बृजमोहन, श्री एल.एम.गोयल, श्री सुरेंद्र बजाज, श्रीमती संगीता निस्तेंद्र, पिं्रसीपल, दास एंड ब्राऊन व्लर्ड स्कूल, श्रीमती राखी ठाकुर, पिं्रसीपल, डी.सी.एम.सी.सै.स्कूल, श्रीमती इस्मत अहमद वकील, प्रिंसीपल, डी.सी.एम.ईंटरनैषनल स्कूल, फिरोज़पुर शहर, श्रीमती मोनिता कंवर, श्री मनजीत सिंह ढिल्लों, डा.सेलिन, श्री अविनाष सिंह, श्री मनीष बांगा, श्री कंवल बजाज, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य तथा हज़ारों की संख्या में अभिभावक मौजूद थे।