डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स द्वारा मुहैया करवाई जाने वाली ऑनलाइन एजुकेशन विद्यार्थी वर्ग के लिए रामबाण साबित हो रही
मोबाइल एप, लाइव लैक्चर, वीडियों कालिंग व जूम सहित अन्य संसाधनों से ऑनलाइन एजुकेशन हासिल कर रहे विद्यार्थी
मोबाइल एप, लाइव लैक्चर, वीडियों कालिंग व जूम सहित अन्य संसाधनों से ऑनलाइन एजुकेशन हासिल कर रहे विद्यार्थी
-अध्यापक बोले: वर्चुअल क्लासरूम व वीडियों प्रबंधन की पहले ही मिल चुकी थी ट्रेनिंग, कांफीडैंस में हो रही बढ़ौतरी –
– योग, डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट भी सीख रहे बच्चे-
फिरोजपुर, 18 अप्रैल, 2020
डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स द्वारा मुहैया करवाई जाने वाली ऑनलाइन एजुकेशन विद्यार्थी वर्ग के लिए रामबाण साबित हो रही है। विद्यार्थी अपना समय घर पर अन्य कार्यो में गुजारने की बजाय स्किल्स व ज्ञान में बढ़ौतरी कर रहे है। अध्यापकों द्वारा घर से ही बच्चों को लैपटॉप, मोबाइल सहित तकनीक के विभिन्न साधनों द्वारा पढ़ाया जा रहा है और इसके लिए हर क्लॉस की समय-सारिणी निश्चित की गई है। हर सब्जैक्ट का अध्यापक समय पर पूरी कक्षा के विद्यार्थियों से लाइव लैक्चर, वीडियों कॉलिंग, जूम के माध्यम से जुडक़र उन्हें नएं शिक्षा सत्र का पाठयक्रम करवा रहा है। गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट स्कूल द्वारा पहले ही दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल को माइक्रोसॉफ्ट शोकेस स्कूल घोषित किया जा चुका है और विभिन्न तकनीक के माध्यम से पढ़ाया जा रहा था।
डिप्टी हैड एकैडमिक्स योगिता पुरी ने बताया कि विद्यार्थियों को स्कूल की मोबाइल एप पर रूटीन में पाठयक्रम भेजने के अलावा क्लॉस टीचर द्वारा एक-एक विद्यार्थी से लाइव बातचीत कर शिक्षा में आने वाली परेशानियों को दूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों की सभी जरूरतों व सुविधाओं संबंधी जानकारी देने के लिए इंटरनैट तथा सोशल मीडिया द्वारा बैठक का आयोजन किया जा रहा है।
हैड सीनियर सैकेंडरी ललित मोहन गुप्ता ने कहा कि गयारहवीं-बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए वीडियों लैक्चर सहित बच्चों तक गुगल क्लॉस रूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम, स्कूल की अपनी मोबाइल एप सहित तकनीक के विभिन्न साधनों द्वारा शिक्षा पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को इन कक्षाओं का काफी लाभ मिल रहा है।
क्या कहती है अध्यापिकाएं
-दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल की कोआर्डीनेटर रूबल अरोड़ा बताया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा पहले से ही उन्हें वर्चुअल क्लासरूम व वीडियों प्रबंधन संबंधी ट्रेनिंग दी गई थी और उन्हें यह कार्य करने में कोई दिक्कत नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि कभी सोचा भी ना था कि जीवन में कभी ये दौर भी आएगा कि वह ऑनलाइन भी विद्यार्थियों को वीडियों के माध्यम से शिक्षा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि एलिमैंट्री विंग के विद्यार्थियों की एक्टिविटी करवाने के अलावा उन्हें वीडियों बनाकर अध्यापकों द्वारा भेजे जा रहे है।
-डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल की अध्यापिका अध्यापिका अणु त्रेहण ने कहा कि विद्यार्थियों को लाइव लैक्चर सहित अन्य माध्यम से घर बैठे ही शिक्षा प्रदान कर रही है। उन्होंंने कहा कि ऐसा करने से उनमें कांफीडैंस में भी काफी बढ़ौतरी हुई है। घर के कार्य मैनेज करने के अलावा बच्चों को घर से पढ़ाने पर उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है।
योग, डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट भी सीख रहे बच्चे
एक्टीविटी कोआर्डीनेटर स्तुति ने बताया कि शिक्षा के अलावा विद्यार्थियों को अन्य क्रियाओं से जोडऩे के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा योग, डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिंग देने सम्बंधी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपलोड करने सहित विद्यार्थियों तक पहुंचाई जा रही है। इससे ना सिर्फ डीसीएम ग्रुप बल्कि अन्य विद्यार्थियों को भी काफी लाभ मिल रहा है।