कैंटोनमेंट एरिया में सेना द्वारा बंद किए गए दरवाजो के सम्बंध में उच्चाधिकारियों ने मांगी रिपोर्ट
फिरोजपुर (Manish Bawa, Vikramditray and Tarun Jain):
62 कैंटोनमेंट बोर्ड के उपाध्यक्षों व सी.ई.ओ. की रक्षा मंत्री व अन्य अधिकारियों के साथ हुई कांफ्रैंस के दौरान क्षेत्रो में आ रही मुश्किलो को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने समस्याओं को दूर करने सम्बंधी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। मंत्रलाय द्वारा मांगे गए इस जवाब के बाद लोगों के दिलो में आशा की किरण जागी है।
व्यापार मंडल के विजय कक्कड़, अशोक महावर, विपुल मित्तल, पिंटू कालड़ा ने कहा कि अगर मिनिस्ट्री ऑफ डिफैंस छावनी में बंद हुए दरवाजो को खुलवाती है तो इससे बाजार में कारोबार बढ़ेगा। उन्होनें कहा कि जब से सेना द्वारा ये गेट बंद किए गए है, तभी से कारोबार में काफी गिरावट आई है। छावनी का कारोबार सीधे तौर पर सेना पर आधारित है और गेट बंद होने की वजह से ज्यादातर आर्मीमैन मुख्य बाजारो में आने की बजाय आसपास से ही खरीददारी करना पसंद करते है।
कैंटोनमेंट बोर्ड की उपाध्यक्ष सपना तायल ने बताया कि उनके द्वारा रक्षा मंत्री को सौंपे गए पत्र में सेना द्वारा बंद किए गए कुछ रास्तो का मामला था, जिसके कारण आम नागरिको का काफी परेशानी उठानी पड़ती थी। उन्होनें बताया कि उच्चाधिकारियों ने इस संदर्भ में डॉयरैक्टर जरनल डिफैंस एस्टेट के हेतू डिप्टी डॉयरैक्टर जरनल कैंटस शालिनी पांडे ने सभी मुख्य अधिक्षासी अधिकारियों को पत्र लिखकर जवाब मांगा है कि किन-किन क्षेत्रो में रोड़ बंद किए गए है और इसकी सूची उन्हें दी जाएं। कुछ रोड़ ऐसे है, जिन्हें बंद करने के लिए प्रोसिजर फॉलो नहीं किया गया।
शहरियो ने की सराहना