ऐडिड स्कूलां नू इक्को ही इंतजार कैप्टन सरकार करे इहना स्कूलां दा बेड़ा पार: ठकराल
फाजिल्का 21 अप्रैल : पंजाब सरकार को बने हुए लगभग एक महीना हो चुका है। सरकार बहुत अच्छे कदम उठा रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में बहुत अहम फैसले लिए जा रहे हैं जोकि बहुत अच्छा कार्य है। पंजाब की शिक्षा मंत्री मैडम अरुणा चौधरी शिक्षा विभाग में कई अहम फैसले ले रही है जोकि इस वर्ग के लिए बहुत खुशी की बात है। सरकार सिर्फ सरकारी स्कूलों तक ही सीमित है लेकिन ऐडिड स्कूलों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। दिसंबर 1967 में लगभग 484 स्कूल पंजाब सरकार ने ग्रांट इन एड लिस्ट पर लिए थे। सरकार ने यह अनुबंध किया था कि 95 प्रतिशत अनुदान राशि पंजाब सरकार देगी व 5 प्रतिशत स्कूल की प्रबंधक कमेटी को अदा करना होगा चाहे वो दान इत्यादि इकट्ठा करे चाहे कुछ करे। लेकिन आज वर्तमान में स्थिति यह बन चुकी है कि कई स्कूल बंद हो चुके हैं तथा कई बंद होने की कगार पर है यदि सरकार ने इस तरफ ध्यान न दिया तो आने वाले समय में इन स्कूलों का आस्तित्व ही खत्म हो जाएगा। यह उदगार प्रकट हुए पंजाब गवर्नमेंट ऐडिड स्कूल अध्यापक एवं अन्य कर्मचारी यूनियन के पूर्व महासचिव अजय ठकराल ने बताया कि इन स्कूलों में कई पद खाली पड़े हैं। सरकार ने इन पदों पर बैन लगा रखा है । नई नियुक्ति पर भर्ती न होने से इन स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है तथा सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चे जिन्होंने प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास की है। उनका दाखिला मैरीटोरियस स्कूलों में करवा रही है लेकिन ऐडिड स्कूलों के बच्चों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। यह सौतेला व्यवहार सरकार करती आई है। ठकराल ने पंजाब सरकार से पुरजोर अपील की है कि इन ऐडिड स्कूलों की ओर जल्द से जल्द ध्यान दें ताकि इसके आस्तित्व को बचाया जा सके।