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आओ किसी एनजीओ  से जुड़े और कमजोर लोगो के हक की आवाज़ उठाये और उन्हें सहारा दे : दीपक शर्मा 

विश्व एनजीओ दिवस उन गैर-लाभकारी संगठनों और स्वयंसेवकों को सम्मानित करता है जो अपना समय और संसाधन एक बदलाव लाने में मदद करने के लिए देते हैं

आओ किसी एनजीओ  से जुड़े और कमजोर लोगो के हक की आवाज़ उठाये और उन्हें सहारा दे : दीपक शर्मा 
आओ किसी एनजीओ  से जुड़े और कमजोर लोगो के हक की आवाज़ उठाये और उन्हें सहारा दे : दीपक शर्मा
विश्व एनजीओ दिवस उन गैर-लाभकारी संगठनों और स्वयंसेवकों को सम्मानित करता है जो अपना समय और संसाधन एक बदलाव लाने में मदद करने के लिए देते हैं।
विश्व एन.जी.ओ दिवस हर वर्ष  अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर  27 फरवरी को मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र संघ, यूरोपीय संघ के नेताओं और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा  2014 में आधिकारिक रूप से इसे मान्यता दी गयी ।
विश्व एन.जी.ओ दिवस का उद्देश्य लोगों को इन संस्थाओ से सक्रिय रूप से जोड़ना और एन.जी.ओ तथा सरकारी व निजी क्षेत्र दोनों के बीच मेलजोल को बढ़ाना है । विश्व एन.जी.ओ दिवस का एक अन्य उद्देश्य  विश्वभर के विभिन्न एन.जी.ओ तथा उनके साथ जुड़े लोगों का  धन्यवाद  तथा सहयोग करना  है।
विश्व एन.जी.ओ दिवस एक-दूसरे के साथ जानकारी  और अनुभव को साझा करने का भी साधन  है। लोगों को एन.जी.ओ और उनके महत्व के बारे में जानकारी देना भी इस दिवस का मक़सद है।
विश्व एन.जी.ओ दिवस संस्थापकों, कर्मचारियों, स्वयंसेवियों, सदस्यों और समर्थकों को सम्मानित करने और याद करने का अवसर प्रदान करता है।
आओ किसी एनजीओ  से जुड़े और कमजोर लोगो के हक की आवाज़ उठाये और उन्हें सहारा दे : दीपक शर्मा 
एनजीओ एक ऐसा शब्द है जो बिना किसी सरकारी भागीदारी के आपसी समझ द्वारा  बनाए गए  संगठित गैर सरकारी संगठनों को परिभाषित करता है।  एनजीओ एक आम उपयोग का शब्द है, लेकिन एक कानूनी परिभाषा नहीं है। कई न्यायालयों में इस प्रकार के संगठनों को “नागरिक समाज संगठन” के रूप में परिभाषित किया जाता है या अन्य नामों से जाना  जाता है।
एनजीओ का उद्देश्य पैसा कमाना नहीं है बल्कि यह लोगों की मदद करने का काम करती है । इन का प्रमुख उद्देश्य “समाज का कल्याण” करना होता है। यदि कोई व्यक्तियों का समूह किसी क्षेत्र में सामाजिक कार्य या सामाजिक सुधार का काम करना चाहता है, तो वह पंजीकरण करवा कर  या बिना पंजीकृत करवाए भी  इन कार्यो को कर सकता है।
मनुष्य का जन्म सिर्फ़ पैसे कमाने के लिये नहीं हुआ है अपितु उसे जनकल्याण का भी काम करना चाहिए और इसके लिये जरूरत है एक मज़बूत संगठन की। यह ऐसा संगठन है जिसे कोई भी एक व्यक्ति के द्वारा नही चलाया जा सकता इसे कम-से-कम 7 या इससे अधिक व्यक्तियों का समूह मिलकर चलाते हैं।  एनजीओ को कंपनी की तरह लाभ के लिये नहीं चलाया जाता या इसका मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना नहीं। बल्कि इसे दुसरो के भले के लिये चलाया जाता है।
 ऐनजीओ में काम कैसे करें
अगर आपकी सामाजिक कार्य में रुचि है या किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए आपको काम करना है तो आपको किसी भी एनजीओ के साथ काम करना के लिए उसका सदस्य बनना होगा । निरंतर विकास की दिशा में काम करते रहना ही एनजीओ का काम है, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आता है।
इन सब को ध्यान में रखते हुए तथा समाज में युवा पीढ़ी के शिक्षा , वातावरण, खेल , सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए मयंक फाउंडेशन भी जी जान से अपना फर्ज निभा रही है ।
अतः यह कह कर अपनी बात समाप्त करूँगा
“बेफ़िक्र रहें मुनाफ़ा किस को होगा “रौशनी” का,
बस अपने ”कांधे” पर चराग़ लिये चलते रहिए ।”

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