शांति विद्या मंदिर में 23 वे वार्षिक उत्सव के उपलक्ष्य मे अध्यात्म का रसपान एवं खेलों का आयोजन
शांति विद्या मंदिर में 23 वे वार्षिक उत्सव के उपलक्ष्य मे अध्यात्म का रसपान एवं खेलों का आयोजन
फिरोज़पर, 9.12.2023:शांति विद्या मंदिर में वार्षिक दिवस के उपलक्ष्य में स्कूल की मैनेजिंग कमेटी द्वारा सभी को अध्यात्म का रसपान करवाया गया।जिसमें स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर , स्कूल के समस्त स्टाफ एवं छात्रों ने धार्मिक ग्रंथो को पढ़ा, सुना, समझा और रसपान किया।
इनमें श्री रामचरितमानस ,श्रीमद् भागवत आनंद सुधा, श्रीमद् भागवत गीता,31पाठ श्री सुखमणि साहिब जी , 101पाठ श्री जपजी साहिब जी , 9 पाठ श्री सुंदरकांड जी, 11पाठ श्री दुर्गा सप्तशती , 21पाठ संकट मोचन और 301 पाठ श्री हनुमान चालीसा के किए गए।इस कार्यक्रम का आरंभ दिनांक 1 दिसंबर को और समापन 9 दिसंबर को आरती वंदना के साथ किया गया। इसके अतिरिक्त स्कूल में ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पाठ भी करवाया गया। स्कूल की मैनेजिंग कमेटी मेंबर्स श्री गुरुद्वारा सारागढ़ी साहिब से श्री बीड साहिब जी लाए और स्कूल में श्री अखंड पाठ करवाया गया।अध्यापकों एवं छात्रों ने शब्द कीर्तन किया। समस्त पाठों का भोग स्कूल के वार्षिक दिवस के शुभ अवसर पर 9 दिसंबर को डाला गया। स्कूल के प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर जी ने सभी की मनोकामनाएं पूरी होने ,सबको सद्बुद्धि देने ,संसार में सब की सुख शांति की कामना और सब की तरक्की की ईश्वर से प्रार्थना की।तत्पश्चात स्कूल की मैनेजिंग कमेटी मेंबर्स ने सभी को कड़ाह प्रसाद एवं गुरु का अटूट लंगर वरताया। स्कूल की मैनेजिंग कमेटी मेंबर्स ने सिंह साहिबान को सरोपा भेंट किया। उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर 6 दिसंबर से 8 दिसंबर तक स्पोर्ट्स मीट भी करवाई गई।यह खेलें डी पी सर गुरसाब सिंह के निर्देशन में करवाई गई। जिसमें सबसे पहले छात्रों ने मार्च पास्ट किया। तत्पश्चात विभिन्न खेलें करवाई गई। जिनमें टेबल रेस , टग ऑफ़ वार , स्पून लेमन रेस, क्रिकेट मैच आदि खेल करवाए गए। इन खेलों में प्रथम , द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वाले छात्रों को स्कूल की मैनेजमेंट कमेटी एवम प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर जी ने क्रमश: गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल दिए और साथ ही सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि छात्रों को मोबाइल फोन का प्रयोग कम करके बाहर खुले मैदान में खेलने वाले खेल अधिक खेलने चाहिए। जिससे परस्पर प्रेम ,बौद्धिक, शारीरिक और मानसिक विकास हो सके। खुले मैदान में खेली गई खेलों से प्रेम और सहयोग की भावना आती है। इसलिए मोबाइल का प्रयोग कम से कम करके आउटडोर खेलों को अपने जीवन में स्थान देना चाहिए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ किया गया।