शांति विद्या मंदिर में ग्रैंड पेरेंट्स डे एव॔ फर्स्ट एड डे मनाया गया
शांति विद्या मंदिर में ग्रैंड पेरेंट्स डे एव॔ फर्स्ट एड डे मनाया गया
Ferozepur, 11.9.2021: आज शांति विद्या मंदिर में ग्रैंडपेरेंट्स डे मनाया गया।जिसमें कक्षा चौथी के छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर ने भगवान गणेश एवं माता सरस्वती के सामने ज्योति प्रज्वलित करके किया । छात्र खुश गुप्ता ने ग्रैंडपेरेंट्स के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए और कहा कि दादा-दादी और नाना-नानी हमारे जीवन में बहुत ही अनमोल स्थान रखते हैं। हमें हमेशा उनका आदर करना चाहिए । उसके बाद ऐशप्रीत और आर्यन ने दादा – दादी को समर्पित बहुत ही अच्छी कविता बोली। माता-पिता का और दादा-दादी का हमारे जीवन में अनमोल स्थान है, इसी चीज को दर्शाते हुए एक नाटक प्रस्तुत किया गया और दादा -दादी के प्रेम को समर्पित एक नृत्य भी किया गया तुझ में रब दिखता है।जिसको सभी द्वारा बहुत सराहा गया ।
स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर ने ग्रैंड पेरेंट्स डे पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे दादा- दादी और नाना – नानी का स्थान कोई नहीं ले सकता ।वह हमेशा हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमें आने वाली हर मुसीबत से अपने अनुभव के बल पर बचाते हैं। इसलिए हमारा भी यह फर्ज बनता है कि हम हम भी उनसे दूर ना भागे ,उनकी सहायता करें ,आदर दे और उनकी हर बात मानें। इसके साथ ही छात्रों को फर्स्ट एड के बारे में भी जानकारी दी गई। फर्स्ट एड की जानकारी देते हुए डी पी सर सरदार गुरसाब सिंह ने बच्चों को बताया कि फर्स्ट एड के बारे में सभी को जानकारी होनी चाहिए ।
उन्होंने कहा की फर्स्ट एड वह सहायता है, जो हम किसी घायल या बीमार को उसकी जान बचाने के लिए डॉक्टर या अस्पताल पहुंचाने से पहले देते हैं। फर्स्ट एड को मनाने का उद्देश्य है- छात्रों को फर्स्ट एड के प्रति जागरूक करना ।
उन्होंने आगे बताया कि घर में अगर किसी को खून निकल आए तो हम उस पर हल्दी लगाकर पट्टी बांध देते हैं या जब कोई बहुत बीमार हो तो हम उसके सिर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखते हैं । यह भी एक प्रकार की फर्स्ट एड है । उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। कार्यक्रम के समापन के समय राष्ट्रीय गान गाया गया और छात्रों को छात्रों को प्रशंसा पत्र बांटे गए।