देसी गौवंश की घटती संख्या पर संघ ने शुरू किया चिंतन, ग्राम स्तर पर खड़े करेगा गौ सेवक
फिरोजपुर, Manish Bawa
देश भर में देसी गौवंश की कम हो रही संख्या पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने चिंतन करना शुरू कर दिया है, जिसके चलते पूरे देश में महानगर से लेकर उप-बस्ती व ग्राम स्तर पर गौसेवक जुटाने की कार्य योजना शुरू कर दी है। संघ के गौ सेवा विभाग द्वारा पिछलें कुछ वर्षो में गौ भक्तो की कमेटिया बनाकर उन्हें भारतीय नस्त की गऊ के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वह लोगो में जागरूकता फैला सके।
एक बैठक को सम्बोधित करते हुए गौ सेवा के प्रांतीय प्रमुख चन्द्रकांत ने बताया कि संगठन द्वारा जिला, नगर, खंड, ग्राम, बस्ती व उप:बस्ती स्तर पर जल्द कमेटियों का गठन किया जाएगा। जिसका उद्देश्य लोगो में गौसंवर्धन के प्रति चेतना फैलाने के अलावा उन्हें पंचगव्य के इस्तेमाल, गौ रक्षा, गौचर भूमि संरक्षण, जेलो में गौशालाओ का खुलना, गोबर व मूत्र से होने वाले उपचारो की खोज करने के अलावा स्वावलम्बी कामधेनू नगरो की स्थापना करना है, ताकि लोग देसी गऊ की नस्ल में बढ़ावा करके उससे मिलने वाले फायदो का लाभ उठा सके। उन्होनें कहा कि ऐसा सब कुछ करने से भारत देश रोग मुक्त, भयमुक्त, रोजगार, अन्न व ऊर्जा युक्त के साथ अपराध व कुपोषण मुक्त होगा। चन्द्रकांत ने कहा कि देसी गऊ के माध्यम से अनेको बीमारियो का उपचार संभव है और इसके दूध में सूर्य से प्राप्त होने वाले गुण विराजमान है, जिसके सेवन से मनुष्य की बुद्धि तीव्र होती है।