साध्वी सुश्री शचि भारती जी ने कहा कि प्रभु को भोलेपन से पाया जा सकता है
Ferozepur, June 15, 2018: श्री शीतला माता मंदिर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की और से पांच दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या प्रज्ञाचक्षु साध्वी सुश्री शचि भारती जी तृतीय दिवस कहा कि प्रभु को भोलेपन से पाया जा सकता है। तभी तो प्रभु श्री राम ने भी कहा है।
निर्मल मन जन सोई मोहि पावा
मोहि कपट छल छिद्र न भावा।।
प्रभु को पाने के लिए हृदय की पवित्रता एवं भावों की शुद्धि चाहिए। यही पवित्रता थी प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त केवट की जिसने प्रभु को अपनी सरलता से रिझा लिया और प्रभु ने उसको अपना अनन्य भक्त स्वीकार कर उसको अपने श्री चरण प्रक्षालन की सेवा देकर कृतार्थ कर दिया। हमें भी अपने जीवन में ईर्ष्या निंदा जैसी बुराई को त्याग कर प्रभु की भक्ति को अपनाना चाहिए। जब जीवन में पूर्ण संत आ जाते है तो इंसान भीतर से शुद्ध होता है उसकी समस्त बुराईयां समस्त अवगुण संतों द्वारा हर लिए जाते है। अतः हमें भी पूर्ण संत की शरण को धारण कर खुद का कल्याण करना होगा।
स्वामी शशिशेखरानंद जी ने बताया कि कथा नेत्रहीन एवं विकलांग वर्ग की सहायतार्थ की जा रही है कथा प्रांगण में इनके द्वारा बनाये गए उत्पाद का स्टाल भी लगाया गया है। कथा के तृतीय दिवस यजमान प्रेम अग्रवाल, कर्नल दीपक, महेश गुप्ता ने पूजन कर प्रभु आशीष को प्राप्त किया।
कार्यक्रम में पृथ्वी राज पुग्गल, वक़ील एवं प्रधान महावीर सनातन धर्म सभा, इंजीनियर जगदीप सिंह माँगेट एस बी एस टेक्नीकल कैम्पस, अशोक कुमार गोयल एस डी ओ बी एस एन एल आदि ने ज्योति प्रज्वलित की रस्म को अदा कर प्रभु आशीष को प्राप्त किया।
कथा के अंत में प्रसाद रूप में लंगर का प्रबंध भी रहा जिसमें सभी ने बड़े प्यार एवं श्रद्धा से प्रसाद रूप में भोजन को प्राप्त किया।।