*शांति विद्या मंदिर में लगाया गया एजूकेशनल सेमिनार*
*शांति विद्या मंदिर में लगाया गया एजूकेशनल सेमिनार*
फिरोजपुर, 15.12.2024: शांति विद्या मंदिर में स्कूल की मैनेजिंग कमेटी नेअध्यापकों के प्रशिक्षण के लिए सी बी एस सी एजूकेशनल सेमिनार का आयोजन किया।
जिसमें अध्यापकों को प्रशिक्षण देने के लिए मिसेज जसबीर कौर (प्रिंसिपल जीएमटी पब्लिक स्कूल ,लुधियाना) एवं मिसेज कृतिका सेठ (प्रिंसिपल बी सी एम आर्या पब्लिक स्कूल ,लुधियाना)को आमंत्रित किया गया।
सेमिनार का शुभारंभ दोनों ही प्रशिक्षकों ने मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्वलित करके किया। तत्पश्चात स्कूल की म्यूजिक अध्यापिका श्रीमती डिंपल जी ने उनके स्वागत में स्वागत गीत प्रस्तुत किया।जिसे उनके द्वारा बहुत सराहा गया।
दोनों ही प्रशिक्षकों ने अध्यापकों को प्रशिक्षण देते हुए उन्हें सिखाया कि छात्रों में सोशल, इमोशनल,दूसरों की रिस्पेक्ट करना, ईमानदारी, कोऑर्डिनेशन आदि कौशलों कि आदि को कैसे विकसित किया जा सकता है और आज के समय में छात्रों को सही रास्ते पर लाने के लिए हमें कौन से स्किल अपनाने चाहिए।
उन्होंने गुरुकुल की तुलना आज की पढ़ाई के साथ करते हुए कहा की जो शिक्षा पुराने समय में गुरुकुल में दी जाती थी जबकि उस समय इतने साधन भी नहीं थे, वही शिक्षा हमें आज छात्रों को देनी है जबकि हमारे पास हर साधन उपलब्ध हैं। हमें सिर्फ उन साधनों का सही प्रयोग करना आना चाहिए। उन्होंने अलग-अलग वीडियो क्लिपिंग द्वारा, कहानी और जीवन के अनुभव द्वारा सिखाया कि हम छात्रों की उनकी पढ़ाई में, उनके सर्वांगीण विकास में किस तरह मदद कर सकते हैं।
यह सेमिनार बहुत ही रोचक,लाभदायक और अद्भुत था। जिसमें अलग-अलग स्कूलों के बहुत से अध्यापकों ने भाग लिया और बहुत कुछ सीखा। उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन श्री कुलभूषण गर्ग जी ने भी अध्यापकगणों को प्रेरणादायक स्पीच दी कि सीखने की कोई सीमा नहीं है। हम कुदरत, छात्र और अपने आसपास के वातावरण से बहुत कुछ सीखते हैं।कोई भी अपने आप में पूर्ण नहीं है। इसलिए हमें अपने अंदर सीखने रहने की रुचि को हमेशा बनाए रखना चाहिए।स्कूल के मैनेजिंग कमेटी मेंबर्स एवं प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर जी ने दोनों ही प्रशिक्षकों का हार्दिक अभिनंदन किया एवं धन्यवाद किया कि उन्होंने सभी को अदभुत जानकारी दी। साथ ही आए हुए प्रशिक्षकों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। स्कूल की मैनेजिंग कमेटी द्वारा सभी अध्यापकों के लिए जल-पान एवं भोजन की बहुत ही उचित व्यवस्था की गई थी। जिसे आए हुए प्रशिक्षकों एवं अध्यापकों ने बहुत ही सराहा। सेमिनार का समापन राष्ट्रीय गीत के साथ किया गया।