शांति विद्या मंदिर में गांधी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जयंती मनाई गई
शांति विद्या मंदिर में गांधी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जयंती मनाई गई
2.10.2021: शांति विद्या मंदिर में महात्मा गांधी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। जो की कक्षा पांचवी के छात्रों द्वारा बनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर ने गांधी जी एवं शास्त्री जी की प्रतिमा के समक्ष ज्योति प्रज्वलित कर किया और देश के दो महान सपूतों को नमन किया। कक्षा पांचवी के छात्रों ने देश के दोनों सपूतों के जीवन एवं आदर्शों के विषय में अपने विचार व्यक्त किए एवं कविताएं बोली। इस अवसर पर छात्रों ने उनके आदर्शों को सार्थक करते हुए हस्त कला का प्रदर्शन किया और धागा , रूई, आइसक्रीम स्टिक्स एवं क्ले से चरखा, बापू जी के तीन बंदर , गांधी जी एवं शास्त्री जी की प्रतिमा बनाई । इस अवसर पर छात्रों ने पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भी भाग लिया। जिसमें उन्होंने गांधी जी एवं शास्त्री जी के जीवन से संबंधित पेंटिंग्स बनाई। इस अवसर पर प्रिंसिपल मैडम श्रीमती रजनी गांधी जी के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि देश की दोनों सपूत ऐसा भारत चाहते थे जिसमें जाति, वर्ग या लिंग का भेद ना हो। उन्होंने सत्य एवं अहिंसा का पाठ पढ़ाया । वे ऐसा भारत चाहते थे जिसमें सभी लोग प्रेम से मिलजुल कर रहे। उन्होंने हस्तकला पर बल दिया ताकि भारत में कोई भी बेरोजगार ना रहे और यह सब शिक्षा द्वारा ही संभव है।उन्होंने कहा कि यदि सब लोग शिक्षित होंगे तभी हमारा देश स्वाबलंबी बनेगा। उन्होंने सभी को सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए कहा और यह भी कहा कि हमें किसी की बुराई या निंदा नहीं करनी चाहिए और कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए ताकि हमारी द्वारा कही गई बात दूसरे को दुख ना पहुंचाएं। इस कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ कार्यक्रम के अंत में स्कूल के प्रिंसिपल मैडम ने सभी को गांधी जी एवं शास्त्री जी के जन्मोत्सव की बधाई दी और छात्रों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्रशंसनीय पत्र ,पुरस्कार वितरित किए एवं बिस्कुट बांटे।