राहत भरी खबरः फिरोजपुर के दोनों संदिग्ध मरीजों के करोना टेस्ट निकले नैगेटिव, जिले में अब तक एक भी पॉजिटव केस नहीं हुआ रिपोर्ट
राहत भरी खबरः फिरोजपुर के दोनों संदिग्ध मरीजों के करोना टेस्ट निकले नैगेटिव, जिले में अब तक एक भी पॉजिटव केस नहीं हुआ रिपोर्ट
फिरोजपुर के दोनों मरीजों को करोना वायरस के लक्ष्णों के चलते लुधियाना और फरीदकोट मेडीकल कॉलेज में किया गया था रैफर
सेहत विभाग की तरफ से मुहैया करवाए गए ट्रीटमेंट के बाद दोनों की सेहत में हुआ है काफी सुधार
फिरोजपुर, 24 मार्च, 2020:
करोना वायरस के बढ़ रहे प्रकोप के बीच फिरोजपुर जिले से राहत भरी खबर आई है, जहां करोना वायरस के दोनों संदिग्ध मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट नैगेटिव आई है। इन दोनों मरीजों को करोना वायरस से संबंधित लक्ष्णों की वजह से फिरोजपुर सिविल अस्पताल दाखिल किया गया था, जहां से इन्हें बाद में फरीदकोट और लुधियाना के मेडीकल कॉलेजों में रैफर किया गया। इन दोनों के ब्लड सैंपल को जांच के लिए सरकार की तरफ से अधिकृत लैबोरेटरी में भेजा गया था, जहां से मंगलवार को दोनों की रिपोर्ट नैगेटिव आई है।
विस्तृत जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर श्री कुलवंत सिंह ने कहा कि यह फिरोजपुर जिले के लिए अच्छी खबर है क्योंकि जिले में अभी तक करोना वायरस का एक भी पॉजिटिव केस रिपोर्ट नहीं हुआ है। इन दोनों मरीजों के लक्ष्णों को देखते हुए इनके सैंपल सेहत विभाग की तरफ से जांच के लिए भेजे गए थे, जिनकी जांच के बाद नैगेटिव रिपोर्ट सामने आई है। उन्होंने कहा कि इलाज के बाद अब इन दोनों मरीजों की सेहत में काफी सुधार है और जल्द ही इन्हें अस्पताल से छुट्टी भी दे जी जाएगी। इन दोनों को इलाज के लिए अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में रखा गया था, जहां एक्सपर्ट्स डॉक्टर्स की टीम की तरफ से इनका इलाज किया जा रहा था।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि फिरोजपुर जिले से सिर्फ दो मरीजों में करोना वायरस के लक्ष्ण दिखने पर सेहत विभाग की तरफ से इनके सैंपल लेकर अमृतसर मेडीकल कॉलेज की वीआरडीएल लैब भेजे गए थे, जहां से दोनों की नैगेटिव रिपोर्ट आ गई है। उन्होंने कहा कि यह नैगेटिव रिपोर्ट काफी राहत भरी है क्योंकि ये दोनों लोग बड़ी तादाद में लोगों के संपर्क में आए थे, जिससे अब उन लोगों पर भी करोना वायरस का कोई खतरा नहीं रहा।
डिप्टी कमिश्नर श्री कुलवंत सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि करोना वायरस को लेकर सरकार की तरफ से जारी निर्देशों का पालन करें और कर्फ्यू के दौरान अपने घरों में ही रहें। लोग सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक दूरी) से करोना वायरस के फैलने की कड़ी को तोड़ सकते हैं। इसलिए लोग कर्फ्यू का पालन करें और घरों में ही बने रहें।