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राणा सोढ़ी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर पीजीआई का निर्माण कार्य शुरू करवाने की मांग की
राणा सोढ़ी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर पीजीआई का निर्माण कार्य शुरू करवाने की मांग की
-बोले: कैंसर, चर्म व हड्डियो के रोगो के शिकार है बार्डर बैल्ट के लोग, पीजीआई का निर्माण समय की बड़ी मांग-
-राणा सोढ़ी ने कहा: पीजीआई खुलने से 10 हजार लोगो को मिलेगा रोजगार, आसपास जिले के लोगो को मिलेगा लाभ-
फिरोजपुर, 18.7.2022:
सीमावर्ती जिले में पीजीआई सैटेलाइट सैंटर के निर्माण को लेकर सीनियर भाजपा नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात की। सोढ़ी ने मांडविया को बताया कि फिरोजपुर में पीजीआई का निर्माण समय की बड़ी मांग है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालो में डॉक्टर ना होने तथा बढिय़ा स्वास्थ्य सुविधाए ना होने के कारण बॉर्डर बैल्ट के लोगो को बड़े शहरो के अस्पतालो में जाना पड़ता है। अगर पीजीआई फिरोजपुर में खुलता है तो इसका आसपास के जिले के लोगो को भी फायदा होगा और लोग को नजदीक ही बढिय़ा उपचार मिलेगा।
राणा सोढ़ी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि जिले में 490 करोड़ की लागत से पीजीआई का प्रोजैक्ट पास हो चुका है, लेकिन नींव पत्थर ना रखे जाने के कारण इसका निर्माण लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि बार्डर बैल्ट होने के कारण यहां सतलुज में पाकिस्तान से चमड़ा फैक्ट्रीयो का गंदा पानी आता है, जिस कारण गांवो के लोग चर्म, कैंसर, हड्डियो के रोगो से ग्रस्त है तो वहीं जिले में गैस्ट्रो, आईज सहित अन्य रोगो के बढिय़ा डॉक्टर ना होने के कारण लोगो को महंगा इलाज करवाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पीजीआई का सैटेलाइट सैंटर खुलने से फिरोजपुर, फाजिल्का, मुक्तसर सहित अन्य जिले के लोगो को फायदा होगा। राणा ने कहा कि पीजीआई के माध्यम से यहां के करीब 10 हजार लोगो को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के साधन भी मुहैया होंगे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री रामसुख मांडविया ने विश्वास दिलवाया कि फिरोजपुर का पीजीआई प्रोजैक्ट उनके ध्यान में है और जल्द ही इसका नींव पत्थर रखवाकर काम शुरू करवाया जाएगा और फिरोजपुर में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाए प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पंजाब सहित खासतौर पर सीमावर्ती जिलो के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। फिरोजपुर पहले ही एस्पाइरेंशनल जिलो में शामिल है और यहां के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करना उनका प्रथम लक्ष्य है।