युवाओ के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने विपुल, पिता की मौत के बाद समाजसेवा को समर्पित किया जीवन
युवाओ के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने विपुल, पिता की मौत के बाद समाजसेवा को समर्पित किया जीवन
-प्रोजैक्ट स्पष्ट दृष्टि के तहत सरकारी स्कूलो में चला विद्यार्थियो को लगवा रहे नजर के चश्मे, 190 विद्यार्थियो को दिलवा रहे शिक्षा-
फिरोजपुर, नवंबर 8, 2022: पिता की मृत्यु के बाद पूरा जीवन समाज को समर्पित करने का प्रण करने वाले युवा समाजसेवी विपुल नारंग इन दिनो स्पष्ट दृष्टि प्रोजैक्ट चलाकर सरकारी व निजी स्कूलो में जाकर विद्यार्थियो के नेत्रो का चैकअप करवा उन्हें ऐनके वितरित कर रहे है। उनके द्वारा अभी तक 8 स्कूलो में कैंप लगाकर 250 से ज्यादा विद्यार्थियो को ऐनके वितरित की जा चुकी है और उनका यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
विपुल ने बताया कि उसके पिता अशोक कुमार का 2013 में देहांत होने के बाद उसके जीवन में मानो अंधकार छा गया था। उसकी माता नीलम ने उसे हौंसला दिया और पिता के बताए मार्ग पर चलने का संदेश दिया। जिसके बाद सीमावर्ती जिले में कोई भी समाजसेवा का काम हो, विपुल का नाम जरूरतमंदो की सहायता करने वालो में सबसे आगे होता है। ऐ नैगेटिव रक्त ग्रुप होने के चलते जीवन 19 बार रक्तदान करने पर उन्हें बाबा फरीद मैडिकल यूनिवर्सिटी में सम्मानित भी किया जा चुका है। उनके बीमार गौवंश की सेवा से लेकर जरूरतमंद विद्यार्थियो की पढ़ाई तक का खर्च उठाया जाता है। अभी तक वह 190 से ज्यादा जरूरतमंद विद्यार्थियो को एडॉप्ट कर चुके है। इसके अलावा अंध विद्यालय में ई-रिक्शा में सहयोग देने के साथ-साथ सभी अंध लोगो को नए कपड़े बनाकर देने तथा उन्हें संगीत यंत्र, इंटरनैट व मोबाइल सुविधा का लाभ तक दिलवा चुके है। उनके द्वारा अभी तक 12 जरूरतमंद लोगो को साइकिल भेंट की जा चुकी है। क्षेत्र की अनेको प्रॉमिनेट संस्थाओ में भी विपुल तन-मन-धन से सहयोग करने में पूरी सहभागिता निभाते है। पिछले दिनो स्पैशल बच्चो के ट्रांस्पोर्ट हेतू उनके द्वारा जिला प्रशासन को भी 21 हजार का योग दिया जा चुका है।
नारंग ने बताया कि समाजसेवा में क्षेत्र में उनकी पत्नी शीनम भी उनका बड़ा हौंसला है। कई बार पूरा-पूरा दिन घर से बाहर रहना होता है तो उसके बच्चो का पालन उसकी पत्नी ही करती है। विपुल मुताबिक समाजसेवा करने से जो आत्मा को शांति मिलती है, वह शांति अन्य जगह नहीं मिलती। विपुल बताते है कि समाजसेवा मात्र उनका शौक है और कोशिश रहती है कि किसी की सहायता करके ढिंढोरा ना पीटा जाए। उन्होंने कहा कि जब कोई उन्हें दुआ देता है तो सच में उनका दिल खुशी से नाच उठता है।
विपुल की समाजसेवा को देखते हुए उन्हें जिला प्रशासन सहित विभिन्न एनजीओ द्वारा भी कई बार प्रशंसा पत्र व सम्मान चिन्हे के साथ हौंसला अफजाई की जा चुकी है। विपुल कहते है कि वह समाजसेवा किसी को दिखाने या किसी संस्था से प्रतियोगिता करने को नहीं बल्कि समाज में जरूरतमंदो की सेवा के लिए करते है।
रैडक्रास सचिव अशोक बहल ने कहा कि वाकई विपुल नारंग द्वारा समाजसेवा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में समाज को ऐसे युवाओ की जरूरत है जो समाज में जरूरतमंदो का हाथ पकड़ सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जहां युवा वर्ग कुरीतियो में फंसा है, वहीं विपुल जैसे लोग अभी तक समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत है।