मुख्यमंत्री के निर्देश पर फिरोजपुर के 62 प्रतिशत परिवारों को मुफ्त गेहूं और दालों का वितरण हुआ पूर्ण, 31 मार्च तक सभी परिवार होंगे मुकम्मलः डिप्टी कमिश्नर
जिले के 1.45 लाख स्मार्ट कार्ड होल्डर्स परिवारों को गेहूं और दालों का होगा वितरण, अब तक 90,000 लाभपात्री प्राप्त कर चुके हैं लाभ
मुख्यमंत्री के निर्देश पर फिरोजपुर के 62 प्रतिशत परिवारों को मुफ्त गेहूं और दालों का वितरण हुआ पूर्ण, 31 मार्च तक सभी परिवार होंगे मुकम्मलः डिप्टी कमिश्नर
जिले के 1.45 लाख स्मार्ट कार्ड होल्डर्स परिवारों को गेहूं और दालों का होगा वितरण, अब तक 90,000 लाभपात्री प्राप्त कर चुके हैं लाभ
फिरोजपुर, 24 मई, 2020:
कोरोना वायरस की वजह से आए संकट के बीच जरूरतमंद व गरीब परिवारों की राहत प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह के निर्देशों पर फिरोजपुर जिले के 62 प्रतिशत परिवारों को तीन महीने के लिए मुफ्त गेहूं और दालों के वितरण का लाभ प्रदान किया गया है। यह लाभ जिले के कुल 1.45 लाख स्मार्ट कार्ड होल्डर लाभपात्रियों को मुहैया करवाया जाएगा, जिन्हें प्रति लाभपात्री 5 किलो गेहूं और एक किलो दाल निशुल्क मुहैया करवाई जाएगी।
विस्तृत जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर फिरोजपुर श्री कुलवंत सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्री भारत भूषण आशु के निर्देश पर जिला प्रशासन की तरफ से 1,45,212 परिवारों को मुफ्त गेहूं व दाल वितरण करने की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने बताया कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक श्री पिंदर सिंह की तरफ से इस मुहिम के तहत राशन डिपुओं की मदद से घर-घर तक गेहूं व दालें पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। जिला प्रशासन की तरफ से रूटीन स्तर पर इस योजना का रिव्यू किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अब तक 90 हजार लाभपात्री इस स्कीम का लाभ ले चुक हैं और बाकी के लाभपात्रियों को 31 मई 2020 तक इस स्कीम का लाभ मुहैया करवा दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस बीमारी के मद्देनजर प्रत्येक लाभपात्री को 5 किलो गेहूं प्रतिमाह और एक किलो दाल प्रतिमाह मुफ्त में मुहैया करवाने का फैसला लिया गया था। सभी राशन डिपुओं की तरफ से फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर घर-घर तक यह राहत पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार संकट की इस घड़ी में गरीब व जरूरतमंद लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।