फिरोजपुर मंडल द्वारा आज चलाई गई 250वी श्रमिक स्पेशल ट्रेन
इन ट्रेनों से लगभग 3.11 लाख यात्रियों को उनके मूल निवास स्थान तक पहुंचाया
“फिरोजपुर मंडल द्वारा आज चलाई गई 250वी श्रमिक स्पेशल ट्रेन |”
फिरोजपुर, 23.5.2020: रेलवे द्वारा भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, राज्य सरकारों की मांग पर तथा उनसे परस्पर समन्वय स्थापित करने के उपरांत श्रमिक स्पेशल ट्रेन संचालित कर श्रमिकों को परिवार सहित उनके मूलस्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है | रेलवे द्वारा किराए में 85% तक सब्सिडी दिया जा रहा है | यात्रा के दौरान रेलवे द्वारा यात्रियों को भोजन और पानी मुफ्त दिया जाता है | राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए टिकट एवं यात्रा के आरंभ में उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था कर रही है | राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों का निःशुल्क मेडिकल जाँच एवं उनको बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक छोड़ने की सुविधा दी जा रही है | श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को गंतव्य तक पहुँचाने में जिला प्रशासन, रेलवे सुरक्षा बल एवं वाणिज्य विभाग का अहम् योगदान है साथ ही बैकअप के तौर पर सारे विभागों का योगदान है |
मंडल रेल प्रबंधक श्री राजेश अग्रवाल ने बताया कि आज फिरोजपुर मंडल की 250वी श्रमिक स्पेशल ट्रेन लुधियाना से गोंडा (उत्तर प्रदेश) के लिए रवाना हुई |
मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि फिरोजपुर मंडल द्वारा 23 मई, 2020 तक कुल 250 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गयी | लुधियाना से 136 ट्रेनें, जालंधर से 66 ट्रेनें, अमृतसर से 26 ट्रेनें, फिरोजपुर कैंट से 11 ट्रेन, श्री माता वैष्णो देवी कटरा से 10 ट्रेन तथा गुरदासपुर से 01 ट्रेन चलाई गयी । इनमें 172 श्रमिक स्पेशल ट्रेन उत्तर प्रदेश, 51 श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार, 10 श्रमिक स्पेशल ट्रेन मध्य प्रदेश, 06-06 श्रमिक स्पेशल ट्रेन झारखंड तथा छत्तीसगढ़ तथा 01-01 श्रमिक स्पेशल ट्रेन आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, केरल तथा उत्तराखण्ड के लिए रवाना हुई | इन ट्रेनों से लगभग 3.11 लाख यात्रियों को उनके मूल निवास स्थान तक पहुंचाया गया |
यात्रा में श्रमिकों को संक्रमण से बचाने के लिए उनकी थर्मल स्क्रीनिंग, बोर्डिंग के समय उनके द्वारा सामाजिक दूरी का पालन एवं मास्क पहनना तथा कतारबद्ध तरीके से चढ़ना सुनिश्चित किया जाता हैं । वृद्ध एवं दिव्यांग व्यक्तियों को ट्रेनों में चढ़ने में रेलकर्मियों द्वारा मदद की जाती है | ट्रेन को एस्कॉर्ट करने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को नियुक्त किया गया है ।