पदमश्री बलबीर सिंह के निधन पर हॉकी एसोसिएशन फिरोजपुर ने जताया शोक, दो मिनट का धारण किया मौण व्रत
भारत को हॉकी में विश्व भर में पहचान दिलवाने में बलबीर सिंह का खास योगदान: अनिरूद्ध गुप्ता
पदमश्री बलबीर सिंह के निधन पर हॉकी एसोसिएशन फिरोजपुर ने जताया शोक, दो मिनट का धारण किया मौण व्रत
– भारत को हॉकी में विश्व भर में पहचान दिलवाने में बलबीर सिंह का खास योगदान: अनिरूद्ध गुप्ता-
फिरोजपुर, 25 मई, 2020
भारतीय हॉकी इतिहास के महान दिगगज पदमश्री बलबीर सिंह खुल्लर की मृत्यु पर शोक व्याप्त करने हेतू हॉकी फिरोजपुर एसोसिएशन की बैठक प्रधान अनिरूद्ध गुप्ता की अध्यक्षता में हुई। जिसमें बलबीर सिंह को श्रद्धांजलि भेंट की गई। सर्वप्रथम मीटिंग में मौजूद सदस्यों ने दो मिनट का मौन व्रत धारण किया और बलबीर सिंह की आत्मिक शांति की प्रार्थना की। बैठक में विशेष रूप से जिला खेल अधिकारी सुनील शर्मा, पूर्व डीएसओ हरनारायण सिंह लाड्ी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि जिस वक्त बलबीर सिंह पंजाब खेल विभाग के डॉयरैक्टर थे तो हॉकी खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए करीब 4 बार फिरोजपुर आएं थे और यहां के खिलाडिय़ों में उत्साह देखकर खूब प्रशंसा की थी।
सचिव मनमीत सिंह रूबल ने कहा कि बलबीर सिंह के निधन से हॉकी जगत को भारी नुकसान हुआ है, जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि उनके निधन से हॉकी का एक महान युग खत्म हो गया है। रूबल ने कहा कि हॉकी का स्तर ऊंचा उठाने में खुल्लर का विशेष योगदान रहा है।
अनिरूद्ध गुप्ता ने कहा कि भारत को हॉकी में विश्व भर में पहचान दिलवाने में बलबीर सिंह का खास योगदान रहा है। उन्होंने ही देश को 1948 में लंदन से, 1952 में हल्सिंकी व 1956 में मैलबर्न में मैच खेलकर तीन गोल्ड मैडल दिलवाएं थे। वह भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर व 1975 में चीफ कोच रहे। उनकी इस बहादुरी करके केन्द्र सरकार द्वारा उन्हें पदमश्री का खिताब दिया गया था और उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया गया था। गुप्ता ने कहा कि 2012 लंदन ओलम्पिक में उन्हें रॉयल ओपेरा हाऊस द्वारा सिंह का खिताब दिया गया था।