Ferozepur News

जिला प्रशासन और सेहत विभाग ने प्राइवेट नशा छुड़ाओ केंद्र पर मनोचिकित्सक की गैर-मौजूदगी में दवाईयां देने के मामले में की संयुक्त जांच

जिला प्रशासन और सेहत विभाग ने प्राइवेट नशा छुड़ाओ केंद्र पर मनोचिकित्सक की गैर-मौजूदगी में दवाईयां देने के मामले में की संयुक्त जांच

मरीज ने डिप्टी कमिश्नर के समक्ष पेश होकर बताई थी व्यथा, कहा- मनोचिकित्सक की जगह कोई और दे रहा है नशा छुड़ाने वाली दवाईयां

डिप्टी कमिश्नर ने खुद मौके पर पहुंचकर जांच कार्यों का लिया जायजा, विभागीय व कानूनी कार्रवाई करने के दिए निर्देश

 

फिरोजपुर, 30 सितंबरः (अभिषेक अरोड़ा):

 

जिला प्रशासन व सेहत विभाग की ज्वाइंट टीम ने सोमवार को फिरोजपुर-मोगा रोड स्थित डॉ. हंसराज मल्टीस्पेशियेलिटी अस्पताल में संयुक्त जांच की, जिसमें अस्पताल में चल रहे नशा छुड़ाओ केंद्र के रिकार्ड की पड़ताल की गई। डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद के निर्देश पर ये चेकिंग की गई। डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद अस्पताल में चल रहे जांच कार्यों का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे।

मीडिया से बातचीत में डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि उनके पास कुछ मरीजों ने पेश होकर शिकायत दी थी कि अस्पताल के नशा छुड़ाओ केंद्र में मिलने वाली दवाईयां मनोचिकित्सक की बजाय एक कोई और दे रहा है जबकि ये दवाईयां सिर्फ मनोचिकित्सक ही बेचने के लिए अधिकृत है। मरीजों की शिकायत के बाद डिप्टी कमिश्नर ने सेहत विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों को अस्पताल के नशा छुड़ाओ केंद्र में जांच के लिए कहा। एडीसी रविंदर सिंह की अगुवाई में एक टीम अस्पताल पहुंची, जिसमें सिविल सर्जन डॉ. हरि नारायण और सिविल अस्पताल की मनोचिकित्सक डॉ. ऋचा मित्तल शामिल थी। टीम ने मौके पर पहुंचकर नशा छुड़ाओ केंद्र के रिकार्ड की छानबीन की।

डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने बताया कि सोमवार को नशा छुड़ाओ केंद्र में आने वाले मरीजों की फाइलें चैक की गई तो पता चला कि किसी भी फाइल पर मनोचिकित्सक के हस्ताक्षर या मुहर नहीं लगी हुई, जिससे मरीजों द्वारा बगैर मनोचिकित्सक के दवाईयां देने वाली सही लग रही है। अस्पताल के मनोचिकित्सक की गैर-मौजूदगी में कोई दूसरा डॉक्टर ही दवाईयां दे रहा था, जोकि नियमों के खिलाफ है।

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि उन्होंने जांच टीम को साफ तौर पर निर्देश दिए हैं कि इस मामले में पड़ताल खत्म होने के बाद विभागीय व कानूनी कार्रवाई की जाए। अस्पताल के नशा छुड़ाओ विंग को खामियों की वजह से फिलहाल सील करने के लिए भी कहा गया है, जिसकी कार्रवाई पड़ताल खत्म होते शुरू कर दी जाएगी।  

Related Articles

Back to top button