चुनाव में कांग्रेस विधायक शहर में जिस विकास कार्य का दावा कर रहे थे जनता ने बहुत तरजीह नहीं दी
Ferozepur 26 Feb(Ramesh Kashyap ) नौ माह पूर्व केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए जनता द्वारा नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करने के बाद से कांग्रेस का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है। उसके बाद जितने भी चुनाव हुए कांग्रेस को शिकस्त ही मिली है। फिरोजपुर में जनवरी में कैंट बोर्ड के चुनाव में वहां की जनता ने कांग्रेस की उलटी गिनती प्रारंभ करवा दी जो लगातार जारी है। कैंट बोर्ड के चुनाव में कांग्रेस को जहां एक सीट प्राप्त हुई थी, बुधवार को हुए नगर कौंसिल चुनाव में कांग्रेस को ३० वार्ड में से मात्र दो पर ही विजय हासिल हुई, जबकि वार्ड चौदह का चुनाव रद कर दिया गया है। चौकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस से ज्यादा तीन सीट जीतने का काम निर्दलीय प्रत्याशियों ने किया है। इस मामले में लोगों का कहना है कि नगर कौंसिल के चुनाव में कांग्रेस नेताओं ने पहले ही हार मान ली थी और यही कारण था कि वे ३१ वार्ड में अपना उम्मीदवार तक नहीं उतार पाए। इससे भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटा। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के अंदर एक गुट द्वारा कब्जा होने और जनता की विधायक तक सीधी बात न होने से लोग नाराज थे। इसके अलावा पुराने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट न करना भी बड़ी कमी उभरकर सामने आई है। वहीं विधायक परमिंदर सिंह पिंकी शहर में जिस विकास कार्य का दावा कर रहे थे उसे भी जनता ने बहुत तरजीह नहीं दी, क्योंकि आम जनता को यह बात मालूम थी कि केंद्र से लेकर राज्य में भाजपा की सरकार है और विकास के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा ज्यादा धनराशि आवंटित करवा सकते हैं। इस मामले में लोगों का कहना है कि कांग्रेस ने लंबे समय नगर कौंसिल पर कब्जा रखा था, लेकिन शहर में गलियों से लेकर सीवरेज तक डलवाने पर कभी कांग्रेस पार्षदों ने काम नहीं किया। फिलहाल, देखना यह है कि कांग्रेस के नेता इन हार से सबक सीखते हैं या नहीं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा ने कहा कि जनता से विकास का जो वायदा किया है उसे पूरा किया जाएगा।