कॉलोनी को पुनः जीवित करने की योजना को “कायाकल्प योजना” का नाम दिया
16 रेलवे आवासों को नवीनीकरण कर 16 परिवारों को आवंटित किया गया
कॉलोनी को पुनः जीवित करने की योजना को “कायाकल्प योजना” का नाम दिया
16 रेलवे आवासों को नवीनीकरण कर 16 परिवारों को आवंटित किया गया
फिरोजपुर, 3.12.2020: रेलवे लोको कॉलोनी, फिरोजपुर में 11 ब्लाक में कुल 44 क्वार्टर का निर्माण वर्ष 2008 में हुआ था | यह मकान मुख्य रेलवे कॉलोनी से थोड़ी दूर होने के कारण रेलकर्मी इसमें रहना स्वीकार नहीं करते थे जिससे इनकी हालत धीरे-धीरे जर्जर हो गई | विगत 12 वर्षों से खाली रहने के कारण, इसके दरवाजे, खिड़कियाँ, बिजली फिटिंग सभी चोरी कर लिए गए थे | इस कॉलोनी को पुनः जीवित करने का बीड़ा उठाया गया एवं मंडल रेल प्रबन्धक श्री राजेश अग्रवाल ने सिविल इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ मंडल अभियंता/समन्वय श्री हेमेन्द्र कुमार एवं उनकी टीम को इसे चुनौती के रूप में स्वीकार करने को कहा | इस योजना को “कायाकल्प योजना” का नाम दिया गया | फलस्वरूप दिनांक 09 अक्टूबर 2020 को 8 परिवारों को कायाकल्प योजना के तहत नवीनीकृत रेलवे आवास आवंटित किया गया जिसका उद्घाटन मंडल रेल प्रबन्धक के द्वारा किया गया | इस अवसर पर वृक्षारोपण भी किया गया था |
इसी क्रम में आज दिनांक 03 दिसम्बर 2020 को अपर मंडल रेल प्रबन्धक श्री बलबीर सिंह के द्वारा रेलवे लोको कॉलोनी, फिरोजपुर में 8 अन्य रेलवे आवासों को नवीनीकरण कर 8 परिवारों को आवंटित किया गया | इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबन्धक ने क्वार्टरों का निरिक्षण किया तथा इसमें निवास करने वाले परिवारों से वार्तालाप किया तो उन्होंने काफी ख़ुशी व्यक्त किया | उन्होंने बताया कि रेलवे लोको कॉलोनी, फिरोजपुर में खाली पड़े जमीन पर बच्चों के लिए एक पार्क का निर्माण भी जल्द किया जाएगा |
अपर मंडल रेल प्रबन्धक ने बताया कि फिरोजपुर मंडल में अन्य जगहों पर भी इस तरह खाली पड़े रेलवे आवासों को नवीनीकृत करने का कार्य चल रहा है | उन लोगों से संपर्क किया जा रहा हैं जिन्हें रेलवे आवास की जरुरत है | इसके बाद रेलवे आवासों का नवीनीकरण करके उन्हें आवंटित किया जा रहा है | नवम्बर माह में, कायाकल्प योजना के तहत फिरोजपुर मंडल के बटाला में 5 तथा जालंधर सिटी में 11 परिवारों को रेलवे आवासों को नवीनीकृत करके आवंटित किया गया | मंडल के अन्य जगहों पर निर्धारित आवासों को नवीनीकृत करने का काम चल रहा है जिसे जल्द ही पूरा करके रेलकर्मियों को आवंटित कर दिया जाएगा | इससे रेलवे आवास के रूप में दिए जाने वाले भत्ते की बचत से रेलवे की राजस्व में वृद्धि होगी |