शांति विद्या मंदिर में बड़ी धूमधाम से और जोश से मनाया गया बैसाखी का त्यौहार
शांति विद्या मंदिर में बड़ी धूमधाम से और जोश से मनाया गया बैसाखी का त्यौहार
12.4.2022: आज शांति विद्या मंदिर में बैसाखी का त्यौहार बड़ी ही जोश और धूमधाम से मनाया गया जिसमें श्री रजनीश कुमार दहिया जी एम.एल.ए (देहाती) एवं सरदार रणबीर सिंह भुल्लर जी एम. एल. ए (शहरी) मुख्य अतिथि के रूप में एवं श्री उदय चंद दहिया जी और एडवोकेट मिस्टर विक्रमादित्य मडाहर जी सम्माननीय अतिथि के रुप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्ज्वलन से किया और इसके साथ ही सरस्वती वंदना गाई गई।
तत्पश्चात स्कूल के प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर ने सर्वप्रथम सभी को बैसाखी की शुभकामनाएं दी और अपने स्कूल के विषय में जानकारी देते हुए कहा ङकि हमारे स्कूल में पाठ्यक्रम के साथ-साथ अन्य क्रियाएं भी करवाई जाती हैं ताकि छात्रों का शारीरिक, मानसिक एवं सर्वांगीण विकास हो सके। इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चे जो नर्सरी विंग के थे, पंजाबी ड्रेस में आए। लड़कों ने कुर्ता- पजामा और पगड़ी पहनी थी और लड़कियों ने पंजाबी सूट और लहंगे पहने हुए थे। छोटे-छोटे बच्चों ने इस अवसर पर पंजाबी फाॅक डांस करके सबका मन मोह लिया और उन्हें मल्टीमीडिया के द्वारा बैसाखी के त्यौहार की पूरी जानकारी दी गई। यह सभी कार्यक्रम अध्यापिका श्रीमती अमन हांडा के निरीक्षण में सभी अध्यापकों के मदद से किया गया।इसके अतिरिक्त कक्षा नौवीं के छात्र वंश एवं अध्यापिका मिस कीर्ति राणा ने मंच का संचालन किया एवं कक्षा नौवीं की छात्राओं ने गेहूं की फसल पकने की खुशी में ‘ऐसा देश है मेरा’ ग्रुप सॉन्ग गाया। तत्पश्चात उन्होंने पंजाबी सभ्याचार को दिखाते हुए एक स्किट प्रस्तुत की। जिसमें बताया गया था कि आज के नौजवान अपने पंजाबी सभ्याचार को भूलते जा रहे हैं और किस तरह से पश्चिमी सभ्यता को अपना रहे हैं। तत्पश्चात पंजाब का लोकनृत्य गिद्दा प्रस्तुत किया गया। जिसका सभी ने बहुत आनंद उठाया इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए सबसे पहले सभी को बैसाखी के पर्व की शुभकामनाएं दी और साथ ही डॉक्टर अंबेडकर जयंती की भी हार्दिक शुभकामनाएं देते हुएसरदार रणबीर सिंह भुल्लर ने कहा की स्कूल से पढ़कर ही हम डॉक्टर इंजीनियर एवं वकील बनते हैं लेकिन कई बार हमें लगता है कि हम कोई काम नहीं कर सकते तो हमें ऐसी नकारात्मक सोच अपने मन में नहीं लानी चाहिए क्योंकि कोई भी काम ऐसा नहीं है जो हम नहीं कर सकते और इसके लिए है कि हम सख्त मेहनत करें और अपने लक्ष्य की तरफ केंद्रित रहे इसके साथ ही अपने माता-पिता एवं अध्यापकों का आदर करें जिससे हमें जीवन में सब कुछ सीखना है|
श्री रजनीश कुमार दहिया जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए सर्वप्रथम सभी को वैशाखी की हार्दिक शुभकामनाएं दी और कहा कि आज के दिन 13 अप्रैल 1699 दिन में को श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। गुरु जी ने तो एक पंथ की स्थापना की थी लेकिन कुछ राजनेताओं ने पंथ को धर्म का नाम दे दिया। जबकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। जहां पर सभी कलचर के लोग मिलजुलकर रहते हैं और सभी त्योहारों को एक साथ मनाते हैं। इसलिए हमें एक -दूसरे के साथ प्रेम एवं भाईचारा रखना चाहिए और अपने देश का नाम ऊंचा करना चाहिए। तत्पश्चात स्कूल के मैनेजिंग कमेटी के सदस्य चेयरमैन श्री कुलभूषण गर्ग जी, एकेडैमिक डायरेक्टर इंजीनियर मोहित गर्ग जी, डायरेक्टर लीगल अफेयर्स एडवोकेट रोहित गर्ग जी एवं प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर जी ने मुख्य अतिथि एवं सम्माननीय अतिथि गण को अपना कीमती समय स्कूल में आगमन के लिए देने पर उनका आभार व्यक्त किया एवं उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ किया गया।