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शहीद भगत सिंह बिग्रेड ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा

शहीद-ए-आजम भगत सिंह को आतंकवादी कहने पर लोकसभा सांसद सिमरणजीत सिंह मान पर कड़ी कारवाई की मांग की

शहीद भगत सिंह बिग्रेड ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा

शहीद भगत सिंह बिग्रेड ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा

शहीद-ए-आजम भगत सिंह को आतंकवादी कहने पर लोकसभा सांसद सिमरणजीत सिंह मान पर कड़ी कारवाई की मांग की

फिरोज़पुर/फरीदाबाद, 3 अगस्त 2022: लोकसभा सांसद संगरूर (पंजाब) सिमरणजीत सिंह मान के द्वारा शहीद-ए-आजम भगत सिंह को आतंकवादी कहे जाने के विरोध में आज शहीद भगत सिंह बिग्रेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं शहीद भगत सिंह पौत्र यादवेन्द्र सिंह सन्धू अपने बिग्रेड के सदस्यों के साथ पुलिस आयुक्त कार्यालय सेक्टर-21सी पहुंचे और पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से यादवेन्द्र सिंह सन्धू ने बताया कि सिमरणजीत सिंह मान के बयान से हमारी ब्रिगेड जोकि पुरे भारतवर्ष में है आहत हुई है व उसके सम्मान को ठेस पहुंची हैं जिसका हमारी शहीद भगत सिंह ब्रिगेड कडे शब्दो में निन्दा करती हैं और उपरोक्त लोकसभा सांसद सिमरणजीत सिंह के खिलाफ प्रशासन से सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग करती हैं।

उन्होनें बताया कि पूरे भारतवर्ष के एनसीआरटी की स्कूल की किताबो व सेलेबस में शहीद ए – आजम भगत सिंह को (स्वतंत्रता सेनानी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह राष्ट्रीय नायक हैं और करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणा हैं) सम्मान के साथ दर्शाया गया हैं। इसके साथ साथ शहीद भगत सिंह जी की याद में तथा उनकी अमर याद को जीवित रखने और उनके इतिहास से आने वाली पीढ़ी सीख ले सके उसके लिए कई कलाकारों ने शहीद भगत सिंह जी समर्पित करके उनकी जीवन गाथा और बलिदान को फिल्मो के द्वारा दर्शाया है। उसके साथ ही उनके जीवन और उनके बलिदान की कहानी की और शौर्य्यगाथा को 100 से अधिक लेखकों ने अपनी किताबो के द्वारा उनके जीवन का चित्रण किया है।

शहीद-ए-आजम भगत सिंह के देश के प्रति बलिदान को देखते हुए विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन में 15 अगस्त 2008 को शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 18 फुट ऊचा कांसे की प्रतिमा को स्थापित किया गया हैं जो की इंदिरा गांधी और सुभाष चंद्र बोस की मूर्तियों के बगल में है। और दर्शाया गया है कि करोडों भारतीयों की आजादी के लिए ये एक सच्चे देश भक्त व देश के सच्चे सिपाही के रूप में हैं। शहीद-ए-आजम का दर्जा भारत पाकिस्तान के विभाजन से पहले जनता द्वारा शहीद भगत सिंह जी को दिया गया था। इसी लिए उनकी शाहदत के दिन की याद पर भारत और पाकिस्तान में शहीदी मेले लगते है। साथ ही हुसैनीवाला स्थान जहाँ पर शहीद भगत सिंह,

राजगुरु और सुखदेव जी के शरीर का संस्कार हुआ था। उस जगह हुसैनीवाला स्थान को शहीद समारक के तौर पर आधिकारिक दर्जा दिया जहाँ शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जी का संस्कार किया गया था। आज के समय में भी देश भर कई गाँव, सडक़े और चौक के नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर दर्ज है। पंजाब डिस्ट्रिक्ट का एक जिला शहीद भगत सिंह जी के नाम पर है। साथ ही सरकार द्वारा भगत सिंह जी के शहीदी मेले और उनकी शहीदी के 50 वर्ष होने पर उनके नाम पर गाँव खटकर कलां में म्यूजियम बनाया है जहाँ प्रदर्शनी में भगत सिंह जी की राख, खून से लथपथ रेत और खून से सना अखबार जिसमें राख लपेटी गई थी, शामिल हैं। साथ ही सरकार द्वारा भगत सिंह जी की फोटो वाली पोस्टल स्टैम्प्स और फोटो चिन्ह वाले सिक्के भी जारी किये है।

दिनांक 14.07.2022 को लोकसभा सांसद संगरूर (पंजाब) सिमरणजीत सिंह मान हरियाणा के करनाल दौरे पर गये तो एक लोकल मीडिया पत्रकार ने जब उनसे पंजाब की पुरानी मांग को लेकर चण्डीगढ के अन्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह के नाम पर जवाब मांगा तो लोकसभा सांसद संगरूर, पंजाब सिमरणजीत सिंह मान ने अपना जवाब दिया किया कि शहीद भगत सिंह अंग्रेजी पुलिस ऑफिसर को मारा था और यह भी कहा था कि उन्होंने अमृतधारी सिक्ख सिपाही चन्ना सिंह को भी मारा था और साथ में यह भी कहा कि शहीद भगत सिंह ने नैशनल एसेंबली में बम फेका था और लोकसभा सांसद संगरूर , सिमरणजीत सिंह मान ने पत्रकार से सवाल किया कि आप बताओं कि क्या शहीद भगत सिंह आंकतवादी था या नहीं। और साथ ही ये कह दिया उन्होंने कई लोगो को मारा था ये काम आतंकवादी के है। ये स्टेटमेंट सिमरणजीत सिंह मान के इंटरव्यू में 11:30 मिनट से है। जिसकी वीडियो की कॉपी पैन ड्राइव में साथ में सबूत के तौर पर साथ लगाई गई है।

लोकसभा सांसद संगरूर (पंजाब) सिमरणजीत सिंह मान के द्वारा दिया गया बहुत ही शर्मनाक ब्यान गलत व निराधार हैं अगर शहीद भगत सिंह एक आंतकवादी थे तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों के समक्ष अपने आप को क्यों समर्पित किया और क्यों 116 दिनों तक भूख हड़ताल पर जेल में रहे। वो भूख हड़ताल उन्होंने अपने लिए नहीं की थी वो भी जेल में रह कर भारतीय कैदियों के लिए की थी ताकि कानून के हिसाब से सबको बराबर का हक मिल सके और इसमें भी 116 दिन की लड़ाई जो की भूख हड़ताल करके की गई थी उनको और उनके साथियो को जीत मिली थी। भारत की आजादी के इतिहास में यह सबसे बड़ा संघर्ष रहा। लोकसभा सांसद संगरूर (पंजाब) सिमरणजीत सिंह मान की उक्त गलत व शर्मनाक ब्यानबाजी की वजह से भारतवर्ष के लोगो की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची हैं। पूरे भारतवर्ष में युवाओं में आक्रोश हैं और दंगे फैलने की आंशका बनी हुई हैं शहीद भगत सिंह के खिलाफ ब्यानबाजी करने के कारण हर भारतवासी के हृदय पर गहरा आघात पहुंचा है और वो अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं। इसलिए उपरोक्त लोकसभा सांसद के खिलाफ देश में दंगा फैलाने, स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अगरिमाएं शब्दो का प्रयोग करने व देश के नैशनल हीरो शहीद भगत सिंह की छवी को धूमिल करने का एक शर्मनाक प्रयास किया हैं।

मिनिस्ट्री ऑफ कलचर की सरकारी वेबसाइट जिसका लिंक नीचे दिया गया है के अंतर्गत शहीद भगत सिंह जी का नाम सरकारी वेबसाइट पर शहीदों के शब्दकोश में दर्ज किया गया है। जिसे श्री नरेंद्र मोदी, प्राइम मिनिस्टर द्वारा 07 मार्च 2019 को इस जानकारी को वेबसाइट पर जारी करवाया गया है। राष्ट्रीय शहीद के नाम को धूमिल करने तथा उनके वयक्तितित्व को गलत रूप से समाज के सामने प्रस्तुत करने हेतु सिमरणजीत सिंह मान के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 499 और 500 के तहत कार्रवाही की मांग करते है। अत: उक्त लोकसभा सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए।

इस मौके पर इरशाद कुरैशी,नीरज कुमार बार एसोसिएशन फरीदाबाद के कोषाध्यक्ष,अशोक कुमार,विपिन झा,रणजीत सिंह व मोटूं सिंह मौजूद थे

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