फरीदकोट रोड़ पर डेढ़ फीट गहरे गड्ढे खोलते है शहीदों के शहर के विकास की पोल -बढ़ रही हादसो की तदाद, साइड से होकर निकलते है वाहन व लोग- -लोग बोल: डीसी साहब विकास की नजर उनकी रोड़ पर भी डाल दे तो शायद बन जाएं सडक़-
फिरोजपुर कैंट
Chiranjeev Sharma
एक तरफ सरकार द्वारा विकास के दावें किए जा रहे है, तो वहीं शहीदो के शहर में प्रवेश करते हुए मुख्य सडक़ो पर पड़े गड्ढे विकास के दावों की पोल खोलते नजर आते है। फरीदकोट रोड़ पर नवां पुरबा के नजदीक सडक़ पर पड़े डेढ़ फीट तक गहरे गड्ढे हादसो को सरेआम न्यौता दे रहे है और इस सडक़ को ठीक करवाने के लिए किसी भी प्रशासनिक व राजनीतिक व्यक्ति ने ठोक कदम नहीं उठाया है। बारिश के दिनो में ये गड्ढे तलाब का रूप धारण कर लेते है और सब कुछ जानते भी लोकसेवक मूकदर्शक बने हुए है, जबकि गुजरने वाले वाहनो और अन्य लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बताना जरूरी है कि 4 दिन पहले ही इसी रोड़ पर एक युवा महिला डॉक्टर की दुर्घटना में मौत हो गई थी।
रोजाना हजारो लोग गुजरते है रोड़ से
लोगों का कहना है कि यह गड्ढे कोई नएं नहीं बल्कि कई महीनो से पड़े हुए है और आसपास के लोग मलबा डालकर इन्हें भरने का प्रयास तो करते है, लेकिन ये पूरी तरह से भर नहीं पाते है। क्षेत्र में रोजाना फरीदकोट, बठिंडा जाने वाली बसो के अलावा आसपास की आधा दर्जन कालोनियों व सैन्य जवान व उनके परिवार के लोग गुजरते है। क्षेत्र के मुख्य मैरिज पैलेस जाने का रास्ता भी इसी रोड़ से निकलता है। लेकिन आज तक रोड़ की मुरम्मत ना होने कारण लोगों में परेशानी पैदा करती है।
रोड़ ना बनी तो करेंगे संघर्ष
हर बार चुनावो के दिनो में लंबे चौड़े दावे करने वाले नेता भी यहां का विकास करवाने में असमर्थ दिखाई दे रहे है। उन्होंने कहा कि संसदीय चुनावो में जीतने के दो माह बाद भी सुखबीर सिंह बादल के विकास की लहर तो क्या पहुंचनी सांसद महोदय दर्शन देने भी इस क्षेत्र में नहीं आएं है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन व सरकार द्वारा तुरंत इस रोड़ को ना बनवाया गया तो संघर्ष का रास्ता अख्तियार करेंगे। उन्होनें डिप्टी कमिशनर फिरोजपुर से मांग की है कि वह अपनी विकास की दृष्टि इन गड्ढो पर भी डाले।