Ferozepur News
डीसीएम इंटरनैशनल के विद्यार्थियों ने किया कार बैटरी बूस्टर का अविष्कार, बिना केबल होगी कार चार्ज
कक्षा दसवीं की पुस्तक से लिया कंसैप्ट, इलैक्ट्रो मैगनेटिक इंंडक्शन से प्रोडयूस की बिजली
डीसीएम इंटरनैशनल के विद्यार्थियों ने किया कार बैटरी बूस्टर का अविष्कार, बिना केबल होगी कार चार्ज
-कक्षा दसवीं की पुस्तक से लिया कंसैप्ट, इलैक्ट्रो मैगनेटिक इंंडक्शन से प्रोडयूस की बिजली-
फिरोजपुर, 11 मार्च, 2020
इलैक्ट्रिक कार को इलैक्ट्रिक सर्किट के माध्यम से चार्ज करने के उद्देश्य से डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने कार बैटरी बूस्टर प्रोजैक्ट बनाया है। स्कूल में स्थापित अटल टिंकरिंग लैब में विज्ञान के विद्यार्थियों द्वारा वॉयरलैस बनाएं गए इस प्रोजैक्ट की हर जगह खूब प्रशंसा हो रही है। यह भी वर्णनीय है कि इस प्रोजैक्ट के माध्यम से स्कूल के विद्यार्थी अनेको प्रतियोगिताओं में सीमावर्ती जिले का नाम रोशन कर चुके है।
कक्षा दसवीं के अमनप्रीत सिंह व गुरकरण सिंह ने बताया कि एटीएल इंचार्ज उमेश बजाज की मदद से एक चार्जिंग पैड बनाया है। दसवीं कक्षा में विज्ञान की पुस्तक से ही इसका कंसैप्ट लिया था कि इलैक्ट्रो मैगनेटिक इंडक्शन से विद्युत बनाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि इस पैड को कार पार्किंग की जगह पर लगाया जाता है और जब कार उस जगह पर आकर खड़ी होगी तो बिना किसी तार के चार्ज होनी शुरू हो जाएगी । इसमें किसी भी तरह का प्लॅग या वॉयर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी तथा उन्होंने कहा कि चुंबक की वजह से विद्युतीय ऊर्जा बनाई जा सकती है । इस प्रोजैक्ट को बनाने में उन्हें 3 माह लगे है। उन्होंने कहा कि इलैक्ट्रिक कार के माध्यम से जहां पर्यावरण प्रदूषण नहीं होगा तो वहीं पैट्रो पदार्थो की भी बचत होगी। इलैक्ट्रिक ऊर्जा के माध्यम से जब गाड़ी चलेगी तो उसकी स्पीड में तेजी आने के अलावा मशीनरी लंबे समय तक कार्य करती रहेगी। विद्यार्थियों द्वारा बनाएं इस प्रोजैक्ट को तीन विभिन्न स्थानों पर पुरस्कार भी मिल चुके है।
उमेश बजाज ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा अभी तक 22 से ज्यादा प्रोजैक्ट बनाएं जा चुके है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों द्वारा लगातार की जा रही खोज के माध्यम से लगता है कि डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल भविष्य के वैज्ञानित तैयार कर रहा है जोकि आने वाले समय में बड़े प्रोजैक्ट बनाकर देश की उन्नति में अहम योगदान देंगे। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा सोलर वॉटर प्यूरीफॉयर, मोटर अलार्म, इंटीग्रेटिड फलश शिंक टैंक, रिजैनरेटर के अलावा इन दिनो गोकोर्ट बनाने की कोशिश में लगे है।
ये मिले पुरस्कार
सिटी मॉल चंडीगढ़ में आयोजित ग्रैंड रोबोटिक्स चैलेंजिस में तीसरा पुरस्कार, जंझेरी में आयोजित इगनिटर 2019 में द्वितीय स्थान व नगद पुरस्कार, पुष्पा गुजराल साइंस सिटी में साइंस फैस्ट 2019 में तृतीय सथान व नगर पुरस्कार, चंंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित साइंस आऊटरीच प्रोग्राम में तृतीय स्थान व कैश प्राइज, इंस्पॉयर अवार्ड मानक 2019 में डिस्ट्रिक विनर प्रथम पुरस्कार, संगरूर में आयोजित पंजाब चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस 2020 में प्रथम पुरस्कार, जालंधर में आयोजित फिजिक्स एक्सपो 2020 में द्वितीय पुरस्कार, स्क्रैपलेब्स में देश के 50 प्रमुख स्कूलों में अपना स्थान बनाया, कैरियर गुरू अवॉर्ड में सीटी यूनिवर्सिटी द्वारा विद्यार्थियों को विज्ञान व तकनीक के प्रति प्रोत्साहित करने हेतू कैरियर गुरू अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
क्या कहते है प्रिंसिपल
प्रिंसिपल संगीता निस्तेन्द्रा ने कहा कि भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा स्कूल में अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना की गई थी, जिसमें विद्यार्थियों द्वारा अविष्कार किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स द्वारा विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा मुहैया करवाने के लिए अनेको प्रयास किए जा रहे है और और यहां के विद्यार्थियों द्वारा आर्टीफिशियल इंटैलीजेंसी का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।