गाय हमारी संस्कृति का आधार है: आत्मानंद पुरी
री मद्भागवत कथा के दूसरे दिन कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ अभिषेक मणि त्रिपाठी ने की ज्योति प्रवज्जलित
गाय हमारी संस्कृति का आधार है: आत्मानंद पुरी
-श्री मद्भागवत कथा के दूसरे दिन कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ अभिषेक मणि त्रिपाठी ने की ज्योति प्रवज्जलित-
फिरोजपुर, 10.10.2023: फिरोजपुर छावनी के कुम्हार मंडी स्थित श्री शीतला देवी माता मन्दिर में चल रही श्री मद्भागवत कथा के दूसरे दिन महामंडलेश्वर स्वामी आत्मानंद पुरी ने भगवान के 24 अवतारो का वर्णन किया। राजेन्द्र मित्तल द्वारा करवाई जा रही कथा में ज्योति प्रवज्जलित करने की रस्म कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ अभिषेक मणि त्रिपाठी ने अदा की, जबकि छावनी परिषद के मनोनित सदस्य एडवोकेट योगेश गुप्ता और आढ़ती नेता नंद किशोर गुगन ने अदा की।
श्रद्धालूओ द्वारा महामंडलेश्वर को माल्यार्पण किए गए। स्वामी आत्मानंद पुरी ने कहा कि भगवान विष्णु के 24 अवतार है, लेकिन उनमें मत्स्य, कच्छप, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि मुख्य माने जाते है। उन्होंने कहा कि श्री सनकादि मुनि, सनक, सनन्दन, सनातन और सन्त्कुमार ये सभी सृष्टि की रचना के लिए ब्रह जी से प्रकट हुए थे।
उन्होंने कहा कि भगवान ने अपने अलग-अलग अवतार मानव जाति की भलाई और राक्षसो का संहार करने हेतू लिए थे। उन्होंने कहा कि राम के अवतार में परमात्मा ने मर्यादा पुरूषोतम का संदेश दिया तो वहीं कृष्ण के अवतार में आपसी गायो से प्रेम, आपसी भाइचारे, सद्भावना का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण बाल्यावस्था से ही गायो से प्रेमी रहे है और गाय हमारी संस्कृति का आधार है।
उन्होंने कहा कि जहां गाय रहती है वहीं भगवान कृष्ण भी वास करते है। स्वामी आत्मानंद पुरी ने कहा कि इंसान को नेक कर्मो पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंसान को कर्म करने चाहिए और फल की इच्छा नहीं रखनी चाहिए। अच्छी सोच, ईमानदारी, निष्ठा से किए गए कार्य जरूर सफल होते है और इंसान मोक्ष गति को प्राप्त करता है।
इस अवसर पर नीतिन मित्तल, रजनीश, नीतिन मंगल, दविन्द्र कालिया, राजू, केशव मित्तल, जतिन्द्र शर्मा, विनोद, पप्पल, आशु सिंगला, गगन, प्रदीप कुमार, कुनाल, विनय सिंगला, राजिन्द्र, मोहित बांसल सहित अन्य उपस्थित थे।