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नीट में डीसीएम के सहजदीप ने 98.73 परसैंटाइल के साथ बढ़ाया डॉक्टर बन देश की सेवा करने की तरफ कदम

नीट में डीसीएम के सहजदीप ने 98.73 परसैंटाइल के साथ बढ़ाया डॉक्टर बन देश की सेवा करने की तरफ कदम
नीट में डीसीएम के सहजदीप ने 98.73 परसैंटाइल के साथ बढ़ाया डॉक्टर बन देश की सेवा करने की तरफ कदमनीट में डीसीएम के सहजदीप ने 98.73 परसैंटाइल के साथ बढ़ाया डॉक्टर बन देश की सेवा करने की तरफ कदम
फिरोजपुर, 17 अक्टूबर, 2020
सीमावर्ती जिले में शिक्षा  के क्षेत्र में आए दिन नए कीर्तिमान स्थापित करने वाले डीसीएम सीनियर सैकेंडरी स्कूल के दो  विद्यार्थियो ने नैशनल इलीजिबिल्टी कम-एंट्रैंस टैस्ट -नीट- में ऑल इंडिया में बढिय़ा  रैंक हासिल कर डॉक्टर बनने की तरफ कदम अग्रसर किया है। सीनियर सैकेंडरी विंग के वाइस प्रिंसिपल अजय मित्तल ने कहा कि  स्कूल से बाहरवीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थी सहजदीप सिंह ने 98.73 परसैंटाइल  तथा छवि शर्मा ने 94.8 परसैंटाइल अंक हासिल किए है।
सहजदीप ङ्क्षसह ने कहा कि वह डॉक्टर बनकर देश की सेवा में कदम आगे बढ़ाना चाहता है। उसके पिता कंवलदीप ङ्क्षसह जोकि दूरसंचार विभाग में उच्चाधिकारी है। उसने कहा कि वर्तमान समय में एक डॉक्टर ही लोगो के स्वास्थ्य का ध्यान कर जिंदगिया बचा सकता है और इसी मनोरथ से उसकी इच्छा है कि वह कॉर्डियोलॉजिस्ट बने। उसने कहा कि वह स्कूल की पढ़ाई के अलावा रोजाना 6-7 घंटे नीट की तैयारी करता था और यहीं कारण है कि उसने इतने अंक हासिल किए है। अपनी सफलता का श्रेय सहजदीप ङ्क्षसह ने अपने अध्यापको को दिया है, जिन्होंने उसे इतनी तैयारी करवाकर काबिल बनाया है।
प्रिंसिपल राखी ठाकुर ने कहा कि  दोनो विद्यार्थी बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न है और उन्हें स्कूल में ही तैयारी करवाई गई थी और इन विद्यार्थियों ने बाहर से कोई कोचिंग नही ली थी। उन्होंने कहा कि डीसीएम में पढऩे वाले विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के अलावा प्रतियोगात्मक परीक्षाओ की भी तैयारी करवाई जाती है । उन्होंने कहा कि यह शिक्षा की गुणवत्ता का परिणाम है कि हर वर्ष डीसीएम के विद्यार्थी देश के उच्चतम संस्थाओ में एडमिशन पाते है।
यहीं कारण है कि पिछले 74 वर्ष के इतिहास में इस स्कूल ने अनेको आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील सहित विभिन्न उच्च पदो पर नियुक्त अधिकारी तैयार किए है। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा मुहैया करवाने में अध्यापक अजय मित्तल, सन्नी सचदेवा, डा. सुरेश शर्मा, श्रीमति विजय कटारिया, मनीश बांगा, गुरपाल ङ्क्षसह, सौरभ बांबा सहित अन्य का खासा योगदान है।

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