आधुनिक तकनीक के माध्यम से पहली बार ऑनलाइन असैस्मेंट को पारदर्शिता से करवा डीसीएम ने स्थापित किया कीर्तिमन
आधुनिक तकनीक के माध्यम से पहली बार ऑनलाइन असैस्मेंट को पारदर्शिता से करवा डीसीएम ने स्थापित किया कीर्तिमन
-कोविड-19 के दौरान ऑनलाइन एजुकेशन के साथ बच्चो के लिए जा रहे है टैस्ट-
-परीक्षा के समय रिकार्डिंग के अलावा विद्यार्थी की हर मूवमैंट पर रखी जा रही है नजर-
फिरोजपुर, 24 सितम्बर, 2020
कोविड-19 के दौरान डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स द्वारा सितम्बर माह में होने वाले हॉफ इयरली असैस्मेंट को तकनीक के आधुनिक साधनो के माध्यम से करवाकर नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए इतिहास रचा है। इस पूरे प्रोजेक्ट को पारदर्शिता के साथ सुचारू रूप से करवाया जा रहा है और विद्यार्थी वर्ग को इसका काफी लाभ मिल रहा है।
हैड (ई-इनिशिएटिव) सुनैना कपूर ने कहा कि स्कूल प्रशासन द्वारा बच्चो से घर बैठे परीक्षाएं ली जा रही है। जिसके तहत कक्षा नर्सरी से बाहरवी के विद्यार्थियों से गूगल टूल्स, माइक्रोसॉफ्ट टीम, स्कूल द्वारा स्थापित की गई एप के माध्यम से टैस्ट लिए जा रहे है। हर सब्जैक्ट का पेपर मात्र डेढ़ घंटे का होता है और हर एगजाम की रिकोर्डिंग की जाती है। जिसके माध्यम से स्टूडैंट द्वारा एक उत्तर को लिखने में कितना समय लिया जा रहा है और वह किस तरह से एगजाम दे रहा है, उसकी हर मूवमैंट पर नजर रखी जाती है। इस दौरान अगर किसी विद्यार्थी को दिक्कत आती है तो वह टोलफ्री नंबर के माध्यम से सम्बन्धित अध्यापक से फोन पर सम्पर्क करता है ताकि उसकी समस्या का हल हो सके।
डिप्टी हैड (आईटी अकैडमिक्स )पुनीत गोयल ने कहा कि शैक्षणिक संस्थान बंद होने के कारण विद्यार्थी घर में सुरक्षित रहकर विभिन्न प्लेटफार्मस के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर रहे है । ऑनलाइन एजुकेशन डीसीएम के हरेक विद्यार्थी के लिए रामबाण साबित हुई है। विद्यार्थी अपना समय घर पर अन्य कार्यो में गुजारने की बजाय स्किल्स व ज्ञान में बढ़ौतरी कर रहे है। हर सब्जैक्ट का अध्यापक समय पर पूरी कक्षा के विद्यार्थियों से लाइव लैक्चर, वीडियों कॉलिंग, जूम के माध्यम से जुडक़र उन्हें नएं शिक्षा सत्र का पाठयक्रम करवा रहा है। गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट स्कूल द्वारा पहले ही दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल को माइक्रोसॉफ्ट शोकेस स्कूल घोषित किया जा चुका है और विभिन्न तकनीक के माध्यम से पढ़ाने के अलावा रूटीन में टैस्ट भी लिए जा रहे है। विद्यार्थियों के लिए वीडियों लैक्चर सहित बच्चों तक गुगल क्लॉस रूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम, स्कूल की अपनी मोबाइल एप सहित तकनीक के विभिन्न साधनों द्वारा शिक्षा पहुंचाई जा रही है।
विद्यार्थियों अयान मोंगा, अनाया गर्ग, अंशुल, दक्शेष, प्रथम जैन, मानसवी ने कहा कि यह उनका पहला एक्सपीरिंयस है कि उन्हें ऑनलाइन इस तरह से ऑनलाइन एगजाम देने का मौका मिला है और इसमें किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान घरो में सुरक्षित रहकर ऑनलाइन शिक्षा हासिल करना और अध्यापको द्वारा हर परेशानी का समाधान करना उनके लिए यादगार साबित होगा।
अभिभावको अमनदीप, प्रवीण गर्ग, गजेन्द कुमार, तरूण जिंदल, प्राचीर शर्मा ने कहा कि डीसीएम ग्रुप ने हर मुश्किल घड़ी का तकनीक के माध्यम से समाधान करने में अहम रोल अदा किया है और यहीं कारण है कि उनके बच्चे शिक्षा के अलावा हरेक क्षेत्र में जहां अव्वल है तो वही स्कूल प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों को इस तरह की शिक्षा दी जा रही है, जिससे बच्चे विज्ञान के क्षेत्र में आए दिन नएं आयाम स्थापित कर रहे है। उन्होंने डीसीएम के ऑनलाइन एगजाम प्रणाली की सराहना की है।