हरीके हैड में पहुंचा 1.05 लाख क्यूसिक पानी, मक्खू व आसपास के इलाकों के लिए आर्मी के 240 जवान मोटर बोट समेत हुए तैनात
तरूण जैन, फिरोजपुर
सतलुज दरिया में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के मद्देनजर डिप्टी कमिश्नर श्री चंद्र गैंद के निर्देश पर मक्खू में आर्मी के तीन कॉलम तैनात कर दिए हैं। प्रत्येक कॉलम में 80 जवान हैं और कुल 240 जवानों की तैनाती मक्खू, जीरा व आसपास के इलाकों के लिए की गई है। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमों को हुसैनीवाला से सटे गांव में राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया है। ये टीमें बठिंडा एनडीआरएफ से मंगवाई गई हैं, जोकि हुसैनीवाला से सटे 17 अति संवेदनशील गांव को लेकर तैनात की गई है। इन गांव के अलावा दूसरे गांव में भी ये टीमें तैनात की जाएंगी। डिप्टी कमिश्नर श्री चंद्र गैंद ने बताया कि प्रशासन ने संभावित बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। करीब 52 गांव को खाली करवाया जा रहा है, जिसमें से काफी गांव खाली हो चुके हैं। खाली करवाए गए गांव के लोगों को राहत कैंपों तक पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि सतलुज दरिया से होते हुए हरीके हैड तक 1.05 लाख क्यूसिक पानी पहुंच गया है, जिसे रिलीज किया जा रहा है। आर्मी की मदद से 240 जवानों वाले तीन कॉलम और 12 मोटर बोट्स को हरीके से सटे मक्खू और जीरा क्षेत्र के लिए तैनात किया गया है। इसी तरह सिंचाई विभाग व नहरी विभाग के अधिकारियों को रेत से भरी बोरियां तैयार रखने के लिए कहा गया है। डिप्टी कमिश्नर ने दोनों विभागों को निर्देश दिए हैं कि जहां भी बांध में कोई दरार इत्यादि की सूचना मिलती है, वहां तुरंत इन बरियों के जरिए लीके को बंद करने का काम किया जाए। उन्होंने सभी संभावित क्षेत्रों में रेत से भरी बोरियों की ट्रालियां तैयार रखने के निर्देश जारी किए हैं। डिप्टी कमिश्नर श्री चंद्र गैंद ने बताया कि बाढ़ के मद्देनजर संवेदनशील घोषित गांव में धार्मिक स्थलों के जरिए घोषणा भी करवा दी गई है, जहां लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। इन घोषणाओं में संबंधित गांव के लिए तय किए गए रिलीफ कैंप के बारे में भी सूचना मुहैया करवा दी गई है। हरेक पांच से छह गांव के पीछे एक रिलीफ कैंप स्थापित किया गया है।