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स्नाताकोत्तर रसायन विज्ञान विभाग और गृह विज्ञान विभाग द्वारा ’आम खाद्य पदार्थों में मिलावट’ विषय पर कार्यशाला का किया गया आयोजन

स्नाताकोत्तर रसायन विज्ञान विभाग और गृह विज्ञान विभाग द्वारा ’आम खाद्य पदार्थों में मिलावट’ विषय पर कार्यशाला का किया गया आयोजन    स्नाताकोत्तर रसायन विज्ञान विभाग और गृह विज्ञान विभाग द्वारा ’आम खाद्य पदार्थों में मिलावट’ विषय पर कार्यशाला का किया गया आयोजन

फ़िरोज़पुर, फरवरी 15 , 2025: देव समाज कॉलेज फॉर वुमेन फिरोजपुर शिक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ का ए प्लस ग्रेड प्राप्त कॉलेज है। यह संस्था कॉलेज के चेयरमैन श्रीमान निर्मल सिंह ढिल्लों की छत्रछाया और प्रिंसिपल डॉ संगीता के परिपूर्ण प्रयासों से शिक्षा और सामाजिक गतिविधियों में नई ऊंचाइयां छू रही हैं।

कॉलेज के स्नाताकोत्तर रसायन विज्ञान विभाग और गृह विज्ञान विभाग ने 13 फरवरी, 2025 को ’आम खाद्य पदार्थों में मिलावट’ पर कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। गृह विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ0 वंदना गुप्ता ने छात्राओं को विषय से संबंधित जागरूक करते हुए बताया कि भोजन जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है, फिर भी यह मिलावट से तेजी से प्रभावित हो रहा है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा हो रहे हैं। खाद्य मिलावट – रसायनों या बाहरी पदार्थों को मिलाकर खाद्य गुणवत्ता से समझौता करने का कार्य – एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है। दूध और मसालों जैसी दैनिक उपभोग की वस्तुओं में अक्सर मिलावट पाई जाती है, जिससे खाद्य गुणवत्ता और सार्वजनिक स्वास्थ्य दोनों प्रभावित होते हैं। मौद्रिक लाभ से प्रेरित यह अनैतिक व्यवहार न केवल उपभोक्ता की भलाई को खतरे में डालता है, बल्कि दूषित उत्पादों को त्यागने पर भोजन की बर्बादी भी करता है।

रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख मैडम नेहा गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना और छात्रों को मिलावट का पता लगाने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करना था। संकाय सदस्यों के मार्गदर्शन में स्नातकोत्तर छात्रों ने खाद्य नमूनों में मिलावट की पहचान करने के लिए विभिन्न प्रयोग किए। व्यावहारिक प्रदर्शनों के माध्यम से, प्रतिभागियों ने खाद्य मिलावट की परिभाषा और प्रकार, खाद्य पदार्थों में आम मिलावट, संबंधित स्वास्थ्य जोखिम, बुनियादी पहचान विधियों और कानूनी उपभोक्ता संरक्षण उपायों के बारे में सीखा। सत्र में खाद्य मिलावट से निपटने में कड़ी निगरानी, रणनीतिक योजना और तकनीकी प्रगति के महत्व पर जोर दिया गया। खाद्य सुरक्षा ऐप, बेहतर प्रयोगशाला सुविधाओं और पर्यवेक्षण के लिए प्रशिक्षित कर्मियों का एकीकरण सभी के लिए सुरक्षित और पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

कॉलेज प्राचार्य डॉ0 संगीता ने कार्यशाला के सफल आयोजन पर गृह विज्ञान विभाग िके प्रमुख डॉ0 वंदना गुप्ता एवं रसायन विभाग के प्रमुख मैडम नेहा गुप्ता, सहायक प्रोफेसर मैडम हरलीन कौर एवं विभाग के अन्य शिक्षकों को बधाई दी। इस अवसर पर कॉलेज चेयरमैन श्रीमान निर्मल सिंह ढिल्लों ने अपनी शुभकामनाएं दी।

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