संघ सिख धर्म व मर्यादाओं का सम्मान करने वाला संगठन : बृजभूषण सिंह बेदी
फ़िरोज़पुर , 20 मई 2018 : भारत भारती प्रकाशन की पुस्तकों में सिख गुरुओं व इतिहास संबंधी पैदा किए जा रहे विवाद को आधारहीन दुष्प्रचार बताते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बयान जारी कर पूरी स्थिति से अवगत करवाया है। संघ ने मीडिया व राजनेताओं के एक वर्ग से आग्रह किया है कि वह संवेदनशील मुद्दों पर गैर-जिम्मेवाराना टिप्पणी करने से बचें।
संघ के पंजाब प्रांत संघचालक स. बृजभूषण सिंह बेदी ने कहा है कि आरएसएस सिख धर्म, मर्यादाओं व इतिहास का सम्मान करने वाला संगठन है।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में स. बेदी ने कहा कि पुस्तक में दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को लेकर स्वामी विवेकानंद जी द्वारा व्यक्त जिन विचारों पर विवाद पैदा करने की कोशिश हो रही है वे स्वामी जी द्वारा लाहौर में दिए गए भाषण के अंश हैं। स्वामी विवेकानंद जी जब लाहौर आए तो उन्होंने युवाओं को देश की स्वतंत्रता व सामाजिक एकता के लिए संगठित होने की अपील करते हुए श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को अपना आदर्श बनाने को कहा था।
सारे विश्व में हाल ही में स्वामी विवेकानंद जी का 150 वां जयंती वर्ष समारोह मनाया गया है और गुरु गोबिंद सिंह जी के संदर्भ में स्वामी जी के यह विचार पूरी दुनिया के साहित्य में प्रकाशित हुए हैं। स्वामी विवेकानंद जी वह महापुरुष हैं जिन्होंने भारतीय दर्शन व विचारों की पूरी दुनिया में पुन:स्थापना की और उनके द्वारा अमेरिका में दिए गए एतिहासिक भाषण की पूरी दुनिया में जयंती मनाई जाती है।
भारत भारती प्रकाशन के बारे स. बृभूषण सिंह बेदी ने कहा कि पिछले चालीस सालों से भारत का सबसे बड़ा प्रकाशन समूह है और यह समय-समय पर देश के हर महापुरुष की जीवनियां प्रकाशित करता है ताकि समाज को अपने महापुरुषों के प्रेरक जीवन व उनके सद्कर्मों की जानकारी मिल सके।
यह स्थापित सत्य है कि हर प्रकाशन में संशोधन या विचारों की भिन्नता की गुंजाइश रहती है। अगर किसी को उनकी पुस्तकों पर आपत्ति है तो वह प्रकाशक से संपर्क कर अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है।
एक वायरल वीडियो पर स. बेदी ने कहा कि इससे आरएसएस का कोई संबंध नहीं है फिर भी उसे संघ के साथ जोडऩा एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। संघ सरकार से मांग करता है कि वह इस वीडियो की जांच करवा कर दोषी को उपयुक्त सजा दे।
श्री बेदी ने कहा है कि मुट्ठी भर लोगों की एक लॉबी है जो समय-समय पर आरएसएस व सिख समाज के बीच टकराव की स्थिति पैदा करने का प्रयास करती रही है। पंजाब के धार्मिक व राजनीतिक नेताओं व मीडिया को इस लॉबी से खुद को बचाना होगा और समाज को सचेत रहना होगा।
उन्होंने कहा कि संघ एक देशव्यापी व जिम्मेवार संगठन है। इसके करोड़ों स्वयंसेवक विगत 93 सालों से देश के सामाजिक कार्यों में लगे हैं। संघ सिख धर्म, मर्यादाओं व इतिहास का पूर्ण तौर पर सम्मान करता है और सामाजिक एकता का पक्षधर है।