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संक्रमण से बचाव हेतू विद्यार्थी ने किया यूवी सटरलाइजर रोबोट प्रोटोटाइप विकसित, मोबाइल एप से होगा कंट्रोल

डीसी मॉडल के नौंवी कक्षा के विद्यार्थी ने घर पर मात्र 10 दिन में बनाया प्रोजैक्ट

संक्रमण से बचाव हेतू विद्यार्थी ने किया यूवी सटरलाइजर रोबोट प्रोटोटाइप विकसित, मोबाइल एप से होगा कंट्रोल
-डीसी मॉडल के नौंवी कक्षा के विद्यार्थी ने घर पर मात्र 10 दिन में बनाया प्रोजैक्ट-
-अटल टिंकरिंग लैब में कम लागत वाले वैंटीलेटर बनाने पर विद्यार्थी कर रहे रिसर्च: साहिल अरोड़ा-
संक्रमण से बचाव हेतू विद्यार्थी ने किया यूवी सटरलाइजर रोबोट प्रोटोटाइप विकसित, मोबाइल एप से होगा कंट्रोलसंक्रमण से बचाव हेतू विद्यार्थी ने किया यूवी सटरलाइजर रोबोट प्रोटोटाइप विकसित, मोबाइल एप से होगा कंट्रोल
फिरोजपुर, 14 मई, 2020
विश्व भर में कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही इस लड़ाई में डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल के नौंवी कक्षा के विद्यार्थी ने यूवी सटरलाइजर रोबोट का प्रोटोटाइप विकसित किया है, जोकि कोरोना संक्रमण क्षेत्र को संक्रमणरहित करने के लिए  मानव बल को उलझाएं बिना कार्य करेगा।
वीपी अकैडमिक्स मनीश बांगा ने बताया कि विद्यार्थी हिमांशु गुप्ता ने अटल टिंकरिंग लैब के मैंटर साहिल अरोड़ा की गाइडलाइन मुताबिक मात्र दिन के भीतर अपने अभिभावकों की देखरेख में यह रोबोट बनाया है जोकि वॉयरलैस है और रिमोट के माध्यम से कंट्रोल होगा। उन्होंने कहा कि यह रोबोट अस्पतालों, स्कूल सहित कार्यालयों में स्वच्छता में काम आएगा और जिस क्षेत्र मेेें कोरोना पॉजीटिव मरीज है और वहां सफाई कर्मचारी अगर सफाई करने जाने से कतराते  तो वहां यह रोबोट सफाई करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि इसमें यूवी लाइट लगी है जोकि चमड़ी के लिए खतरनाक होती है। जब रूम में कोई व्यक्ति ना होगा तो ही इस रोबोट के माध्यम से सफाई की जा सकेगी और यहीं कारण है कि इसे लंबी दूरी से मोबाइल एप में रिमोट से संचालित किया गया है। यह उपकरण यूवी लैंप और लेगो रोबोट किट से बना है।
स्कूल की अटल टिंकरिंग लैब के मैंटर साहिल अरोड़ा ने बताया कि कोविड-19 की इस घड़ी में संदिगधों को ट्रैक करने के लिए मोबाइल फोन अनुप्रयोगों और कम लागत वाले वेंटिलेटर पर काम कर रहे है। विद्यार्थियों ने कई नई परियोजनाएं जैसे कि कार के लिए सीओ गैस डिटेक्टर, डायनैमिक स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम, कारों के लिए स्वचालित फ्रंट लाइट इत्यादि।
साहिल अरोड़ा ने कहा कि स्कूल में विद्यार्थी आएं दिन नएं-नएं अविष्कार कर रहे है। उन्होंने कहा कि सीबीएसई साइंस प्रदर्शनी में राष्ट्रीय स्तर पर डीसीएम के विद्यार्थियों का दो बार चयन होनें के अलावा वाइब्रेंट गुजरात स्टार्टअप एंड टैक्नोलॉजी शिखर सम्मेलनन और नोबेल प्राइज सीरिज इंडिया द्वारा आयोजित गोवा सम्मेलन में भी यहां के विद्यार्थी खूब जौहर दिखा चुके है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में  नई दिल्ली में आयोजित  नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से मिलकर भी विद्यार्थियों की टीम चर्चा कर चुकी है ।

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