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शिक्षा सचिव ने फिरोजपुर के डीईओ सैकेंडरी को बिना कारण बताएं किया सस्पेंड, कार्यालय में मची हलचल

तरूण जैन, फिरोजपुर
     राज्य के शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने पत्र जारी करते हुए फिरोजपुर के डीईओ सैकेंडरी नेक सिंह को बिना कारण बताएं तुरंत सस्पेंड करने के आदेश दिए है तथा उनकी तैनाती चंडीगढ़ डॉयरेक्टर सीनियर सैकेंडरी ऑफिस में की है। जैसे ही डीईओ के सस्पेंड होने के आर्डर की कॉपी सोशल मीडिया पर वॉयरल हुई जिले के शिक्षा कार्यालय में हलचल का माहौल मच गया। हरेक की जुबां पर सिर्फ यहीं बात थी कि आखिर क्या कारण रहें होंगे कि डीईओ को सस्पेंड किया हो। क्योंकि डीईओ का जैसा नाम था वैसे ही उनके द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान किए जा रहे कार्य भी नेक थे।
    हरेक की जुबां पर यहीं बात है कि आखिर क्या कारण रहें होंगे कि विभागीय सचिव ने डीईओ को सस्पेंड किया है। इस संबंध में  कृष्ण कुमार से फोन पर बात करने की कोशिश की गई और मैसेज भी भेजा गया, लेकिन उन्होंने जवाब देना कोई मुनासिब ना समझा।
यह रहीं उपलब्धिया
    अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने जहां जिले में मैरिट में आने वाले विद्यार्थियों के अलावा बेहतर परिणाम पेश करने वाले अध्यापको का सम्मान कर उनका मनोबल बढ़ाया वहीं सरकारी स्कूलो के परीक्षा परिणाम में काफी सुधार आया है। विभिन्न सरकारी स्कूलो के अध्यापक खुद उनके कार्यो की प्रशंसा करते हुए नहीं थकते थे। उनके बेहतर कार्यो को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा उन्हें चानण मुनारा अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। उनके द्वारा ऑफिस में बैठने की बजाय निजी व सरकारी स्कूलो का निरीक्षण करना तथा सरकार की गाइडलाइंस मुताबिक स्कूलो में काम करने की सलाह दी जाती थी।
कब आएं सूर्खियों
    पिछलें दिनो जेल व सहकारिता मंत्री के कार्यक्रम में भीड़ बढ़ाने के लिए 49 सरकारी, निजी व एडिड  स्कूलो के 50 फीसदी स्टॉफ की डयूटी लगाने के मामले में डीईओ सूर्खियों में आ गए थे। जिसके चलते मीडिया ने इस मामले को प्रमुखता के साथ उठाया था और डीईओ ने मात्र इसे सरकारी आदेश बता दिया था। उसी तरह पिछलें दिनो ममदोट के सरकारी स्कूल में प्रिंसीपल की दोबारा नियुक्ति को लेकर भी स्कूल में विद्यार्थियों व अध्यापको ने ताला लगाकर प्रिंसीपल को अंदर आने नहीं दिया था। उस मामले में भी डीईओ पर संदेह व्यक्त किया गया था।
ये भी हो सकते है कारण
    पता चला है कि कुछ राजनेताओ की सिफारिश ना मानने के चलते डीईओ से उनके संबंध भी ठीक नहीं चल रहे थे। अकसर ही नेक सिंह यहीं कहते दिखते थे कि वह किसी दबाव में काम नहीं कर सकते और ना ही किसी के आगे झुकेंगे। शायद डीईओ के सस्पेंड होनें का राजनीति दबाव भी कारण हो सकता है। सूत्र बताते है कि पिछलें दिनो कार्यालय में भी कोई झगड़ा हुआ था।
डीईओ बोले: सरकार का आदेश मंजूर
    नेक सिंह ने कहा कि उन्हें सरकार का आदेश मंजूर है। वह पूरी ईमानदारी, तनदेही से कार्य करने को पहल देते है और उनकी तैनाती कहीं भी कर दी जाएं, उन्होंने सिर्फ कार्य को पूजा समझकर करना है।

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