शिक्षा को विद्यार्थियों के घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से क्लॉस ऑन व्हील्स प्रोजैक्ट शुरू
डीसीएम के अध्यापक बस में बैठकर कस्बो में जाकर देंगे विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा
शिक्षा को विद्यार्थियों के घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से क्लॉस ऑन व्हील्स प्रोजैक्ट शुरू
-डीसीएम के अध्यापक बस में बैठकर कस्बो में जाकर देंगे विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा-
-डीसी गुरपाल सिंह चाहल ने बस को दी हरी झंडी-
फिरोजपुर, 15 दिसम्बर, 2020
अनूठी पहल करते हुए शिक्षा को कोने-कोने तक पहुंचाने के उद्देश्य से डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स द्वारा अनूठी पहल करते हुए क्लॉस ऑन व्हील्स प्रोजैक्ट का शुभारंभ किया है। दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल में आयोजित इस समारोह में डिप्टी कमिश्नर गुरपाल सिंह चाहल ने इस प्रोजैक्ट के लिए तैयार की गई आधुनिक बसो को हरी झंडी देकर रवाना किया। यह बस बार्डर के गांवो सहित विभिन्न कस्बो में जाकर, जहां से विद्यार्थियों का आना संभव नही है, उच्च स्तरीय शिक्षा देने के अलावा उनके संशय का समाधान करने में सहायता करेगी। बस में हर विषयों के अध्यापकों के अलावा बच्चों की सेफ्टी के लिए नर्स भी रहेगी।
डीसी गुरपाल सिंह चाहल ने डीसीएम ग्रुप की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अब बच्चों को वाकई उच्च स्तरीय शिक्षा हासिल करने से वंचित नही रहना पड़ेगा और वह आसानी से अध्यापको से शिक्षा हासिल कर पाएंगे। चाहल ने कहा कि वाकई सीमावर्ती क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स का प्रयास सराहनीय है।
डिप्टी डॉयरैक्टर मनजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि सरकार द्वारा जारी किए गए कोविड-19 नियमो के मुताबिक बस में हर तरह की सुविधा का प्रबंध है और जो डीसीएम के विद्यार्थी आसपास के कस्बो से आते थे, उन्हें वही पर शिक्षा देने के लिए समूह ने यह कदम उठाया है। नौंवी से दसवी कक्षा के विद्यार्थी बस में बैठकर शिक्षा हासिल करेंगे और समय सारिणी मुताबिक अध्यापक विभिन्न विषयो को बच्चों को पढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि डीसीएम ने अपनी उच्च स्तरीय शिक्षा हर विद्यार्थी तक पहुंचाने के लिए जीरा, ममदोट, गुरूहरसहाय, मल्लांवाला, जलालाबाद सहित अन्य स्थानो पर एडमिशन फैसिलिटेशन सैंटर भी खोल रखे है ताकि अभिभावको वहीं पर डीसीएम में मिलने वाली सुविधाओ का लाभ ले सके।
डिप्टी प्रिंसिपल अनूप शर्मा ने कहा कि जिस लॉकडाऊन के दौरान डीसीएम ने पहल कदमी करते हुए ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा को विद्यार्थियों तक पहुंचाने में अहम कोशिश की थी। इसके लिए स्कूल प्रशासन द्वारा स्कूल पैड भी बनाया गया था। उन्होंने कहा कि डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स द्वारा सीटी यूनिवर्सिटी, आईआईटी रोपड़, शूलिनी यूनिवर्सिटी, विश्व विख्यात खान अकैडमी, गलोबल बॉडी एक्सचेंज कंपनी तथा हाऊटन अकैडमी के साथ भी एमओयू साइन हो चुका है और विद्यार्थियों को इसका काफी लाभ मिल रहा है। डीसीएम द्वारा विद्यार्थियों को स्किल्स डिवैल्प करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। वहीं विज्ञान व तकनीक की आधुनिक प्रणाली तथा एमरजिंग कैरियर के बारे में गाइडैंस देने के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर भी जोर दिया जा रहा है।
डीसीएम ग्रुप द्वारा कोविड-19 के दौरान अटल टिंकरिंग लैब में यूवी सैनेटाइज, सैंसर बेस्ड स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम, लॉ कोस्ट वेंटीलेटर, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़े हुए मॉडल विकसित किए है। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 प्रभावित क्षेत्रों में कोरोना वॉयरस, कीटाणुओ व बैक्टीरिया के खात्मे के लिए विद्यार्थियों ने यूवी फ्लोर सैनेटाइज रोबोट का अविष्कार किया है।
इस अवसर पर डा. शील सेठी, दीपक शर्मा, लता जोहन, प्रिंसिपल रानी पौदार, वीपी एडमिन डा. सैलिन सहित अन्य उपस्थित थे।