शान्ति विद्या मंदिर में जोश से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस एवं तीज का त्योहार
शान्ति विद्या मंदिर में जोश से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस एवं तीज का त्योहार
फ़िरोज़पुर, अगस्त 14, 2024: आज शांति विद्या मंदिर में देश का 78 स्वतंत्रता दिवस एवं तीज का त्योहार बहुत ही जोश से मनाया गया। जिसमें मिस्टर जोन्स विकास(आई डी ई एस), फिरोजपुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि ने भगवान गणेश जी एवं माता सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्वलित की । तत्पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि के स्वागत में स्कूल के छात्रों ने स्वागत गीत गया और भारत माता के वर्चस्व को दर्शाता हुआ नृत्य प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त नन्हें मुन्ने छात्रों ने ग्रुप डांस प्रस्तुत किए। जिन्होंने सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।छात्रों द्वारा देश के बलिदानियों द्वारा आज़ादी के लिए किए गए संघर्ष पर स्किट प्रस्तुत कीऔर इसके साथ ही तीज के त्यौहार को लेकर पंजाब का लोक नृत्य गिद्दा एवं भंगडा किया। जिसे अतिथिगण द्वारा बहुत ही सराहा गया। देश के वीरो पर की गई स्किट से सब की आंखें भर आई।
मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए सर्वप्रथम सभी को देश की आजादी की 78वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं दी और स्वतंत्रता दिवस के विषय परअपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह वही दिन है जिस दिन हम अपने देश पर बलिदान होने वाले अमर शहीदों को याद करते हैं। उन्हें नमन करते हैं। आओ आज हम भी प्रण करें कि हम अपने देश की एकता एवं अखंडता को बनाकर रखेंगे ।
तत्पश्चात स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर जी ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए सर्वप्रथम सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी ।उन्होंने छात्रों को उन शहीदों के बारे में बताया जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया। उन्होंने छात्रों से कहा कि बहुत संघर्षों के बाद हमें यह आजादी मिली है इसे बनाए रखने के लिए हमें एकता के सूत्र में बंधकर रहना होगा ।उन्होंने छात्रों को तिरंगे के तीन रंगों की विशेषता भी बताई और अशोक चक्र के विषय में भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि अगर हम सब में देशभक्ति की भावना होगी तो हमारे देश को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं पायेगा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ किया गया। स्कूल की मैनेजिंग कमेटी मेंबर एवं प्रिंसिपल श्रीमती रजनी मडाहर जी ने मुख्य अतिथि का उनके आगमन पर आभार व्यक्त किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया।