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महान शिक्षाविद्व एम.आर दास की 109वीं जन्मतिथि पर भेंट किए श्रद्धासुमन

-डीसीएम के स्कूलो में कार्यक्रम का आयोजन] दास के जीवन से शिक्षा लेने का लिया संकल्प-

महान शिक्षाविद्व एम.आर दास की 109वीं जन्मतिथि पर भेंट किए श्रद्धासुमन

महान शिक्षाविद्व एम.आर दास की 109वीं जन्मतिथि पर भेंट किए श्रद्धासुमन
-डीसीएम के स्कूलो में कार्यक्रम का आयोजन] दास के जीवन से शिक्षा लेने का लिया संकल्प-
फिरोजपुर, 4 जुलाई 2024
डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के संस्थापक महान शिक्षाविद्व एम.आर दास की 109वीं जन्मतिथि के उपलक्ष्य में डीसीएम के विभिन्न स्कूलो में श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल याचना चावला ने बताया कि स्कूल में श्री एम्आर दास की प्रतिमा पर फूल अर्पित करने के बाद प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें श्री दास द्वारा किए गए कार्यो के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और एक मिनट का मौन धारण का पुण्या आत्मा को श्रद्धा के पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर डिप्टी प्रिंसिपल मनीश बांगा, हैड मिस्ट्रेस ऋतिका सोनी, जीएम पियूष बेरी, डीजीएम आप्रेशन अनु शर्मा, डीजीएम एडमिन वरिन्द्र मदान, एजीएम हीना अरोड़ा, कोआर्डीनेटर मनजिन्द्र ङ्क्षसह, नीरू शर्मा, सीमा दत्ता, प्रियंका सहित अन्य उपस्थित थे।
वहीं दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल में भी डीसीएम के संस्थापक की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रिंसिपल डा. राजेश चंदेल द्वारा विद्यार्थियो व स्टॉफ को शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यो के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि विभाजन से पहले एम.आर दास ने शिक्षा की गंगा बहाकर सीमावर्ती जिले में नई अलख जगाई थी।
डीसीएम हैड ऑफिस में भी स्टॉफ द्वारा श्रद्धासुमन भेंट किए। प्रवक्ता विक्रमादित्या शर्मा ने बताया कि सभी स्टॉफ सदस्यो ने दास साहब के चित्र पर पुष्प चढए और महान आत्मा से जीवन से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। इस अवसर पर डा. गोपन गोपाला कृष्णन, मनोज कुमार, दीपिका वाहला, मनजीत ढिल्लो, शुभिन्द्र सिंह, रूचिका सहित अन्य उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि देश जिस वक्त विभाजन का दंश झेल रहा था उस वक्त महान शिक्षाविद्व श्री एम.आर. दास के मन में विचार पैदा हुआ और उन्होंने लोगों के दिल में शिक्षा का प्रसार करने की भावना से ऐसा पौधा लगाया जोकि आज वटवृक्ष का रूप धारण कर चुका है। उस समय एक तरफ विभाजन के कारण लोगों के दिलों में पलायन का विचार पैदा हो रहा था तो कठिन समय में उन्होंने सीमावर्ती जिले में डी.सी. मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल की वर्ष 1946 में स्थापना की और स्थानीय लोगों को उच्च स्तरीय शिक्षा मुहैया करवाई। उन्हीं की बदौलत ही आज यह स्कूल विश्व भर में शिक्षा के क्षेत्र में प्रसिद्धि हासिल कर चुका है। श्री एम.आर दास ने शिक्षा की जो गंगा बहाई थी, उसमें लाखो की संख्या में विद्यार्थियो ने डुबकी लगाकर अपने जीवन को सफल बनाया है।
डॉयरैक्टर एडमिन मनजीत ङ्क्षसह ढिल्लो ने कहा कि श्री एम.आर दास के सपनो को साकार करने के लिए डा. अनिरूद्ध गुप्ता द्वारा हरसंभव कोशिश की जा रही है। डीसीएम की शाखाएं पंजाब, हरियाणा, हिमाचल सहित अन्य स्थानो तक फैल चुकी है। एम.आर दास विद्यार्थियो को ऐसी शिक्षा देने के पक्ष में थे जोकि उनके व्यवसायिक जीवन में काम आए। उनके द्वारा स्कूल का नाम डी.सी मॉडल यानिकि डिसैंट चिल्ड्रन मॉडल स्कूल रखा था।
आज डीसीएम के वटवृक्ष की डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल, डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल, दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल, डीसीएम पै्रजेडेंसी स्कूल लुधियाना, डीसीएम पै्रजेडेंसी एलीमेंट्री स्कूल लुधियाना, डीसीएम यंग एंटरप्रिन्योर स्कूल लुधियाना, डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल अंबाला, डीसीएम लैंड ऑफ गॉड स्कूल -डीलॉंग- अर्की हिमाचल सहित अन्य संस्थाएं चल रही है।

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