फिरोजपुर छावनी परिषद को सिविल एरिया में शामिल करने की मांग को केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ के आगे रखा जाएगा पूर्व विधायक सुखपाल सिंह नन्नू
फिरोजपुर छावनी परिषद को सिविल एरिया में शामिल करने की मांग को केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ के आगे रखा जाएगा पूर्व विधायक सुखपाल सिंह नन्नू
फिरोजपुर, 25.8.2023: देश के सभी कैंटोनमेंट में ऐ श्रेणी में आने वाली फिरोजपुर छावनी परिषद को सिविल एरिया में शामिल करने की मांग को लेकर लोग एकजुट होना शुरू हो गए है। लोगो का आरोप है कि कुछ अधिकारियो द्वारा तानाशाही रवैया अपनाते हुए सिविल एरिया के कुछ ही हिस्से को म्यूनिसिपल में मिलनाने में योजना बनाई जा रही है, जबकि जिन एरिया में ओर भी सिविलयन रहते है, उसे आर्मी के क्षेत्र में ही भेजा जा रहा है। दैनिक जागरण द्वारा 9 अगस्त को इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया था, जिसके बाद लोगो में जागरूकता आई थी।
छावनी के चर्च रोड़ स्थित एक रैस्टोरेंट में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें 400 से ज्यादा लोगो ने हिस्सा लिया। बैठक में कैंटोनमेंट बोर्ड के मनोनित सदस्य एडवोकेट योगेश गुप्ता भी मुख्य रूप से पहुंचे। योगेश गुप्ता ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उन्हें लोगो की समस्याओ को सरकार तक पहुंचाने के लिए मनोनित किया है। उन्होंने कहा कि अकसर ही लोगो द्वारा छावनी की समस्याो के प्रति उन्हें परिचित करवाया जाता है। गुप्ता ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ब्रिटिश नियमो को बदलने में पूरी तरह से वचनबद्ध है और पहले भी कई छावनी परिषदो को सिविल एरिया में मर्ज किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर छावनी में कुछ ही क्षेत्र को बोर्ड प्रशासन द्वारा नोटीफाई एरिया में मर्ज करने की रणनीति बनाई जा रही है, जबकि बाकि का एरिया जिसमें संत लाल रोड़ से दूसरी तरफ, चमरंग मंडी, कच्चा टोटा, लाल कुर्ती, बंगलो एरिया, चमरंग मंडी, आर्य अनाथालय की साइड, जय मां नगर सहित अन्य एरिया शामिल है। उन्होंने कहा कि जनत की मांग को वह सरकार तथा बोर्ड मीटिंग में प्रमुखता से उठाएंगे।
पूर्व विधायक सुखपाल सिंह नन्नू ने कहा कि लोगो की इस समस्या को उनके द्वारा केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ के आगे रखा जाएगा। उनके द्वारा जल्द ही समय लेकर शिष्टमंडल को केन्द्रीय मंत्रियो से मिलवाया जाएगा।
कमल कोछड़ ने कहा कि छावनी में काफी बंगले है, लेकिन अधिकारियो द्वारा उन्हें सिविल एरिया में शामिल करने की बजाय आर्मी के क्षेत्र में ही रहने दिया जा रहा है, जिससे इन लोगो को काफी परेशानी होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियो द्वारा सरकार के आगे सहीं रिपोर्ट पेश नहीं की जाती, जिस कारण लोगो को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है।
विभिन्न संगठनो द्वारा भी छावनी के लोगो के इस संघर्ष में सहयोग देने की घोषणा की गई है। इस अवसर पर बिमला प्रधान, मनमोहन भसीन, रजनीश कालड़ा, गीता गुप्ता, आशु सिंगला, नीतिन मंगल, डा. प्रवेश गर्ग, कपिल जैन, दीपक जैन, इंद्र गुप्ता, अंकुश जैन, सुशील गुप्ता, गोबिंद, एंथनी सहित अन्य उपस्थित थे।