पानी की बचत हेतू एक्वा सेवियर प्रोजेक्ट का नैशनल बाल साइंस कांग्रेस के लिए हुआ चयन
डीसीएम इंटरनैशनल के विद्यार्थियो ने फिर चमकाया जिले का नाम, साइंस एंड इनोवेशन में खूब तरक्की कर रहा है स्कूल
पानी की बचत हेतू एक्वा सेवियर प्रोजेक्ट का नैशनल बाल साइंस कांग्रेस के लिए हुआ चयन
-डीसीएम इंटरनैशनल के विद्यार्थियो ने फिर चमकाया जिले का नाम, साइंस एंड इनोवेशन में खूब तरक्की कर रहा है स्कूल-
-सामाजिक बुराईयो पर तकनीक व विज्ञान की सहायता से समाधान के लिए रिसर्च कर रहे विद्यार्थी-
फिरोजपुर, 1 फरवरी, 2021
सांइस एंड टैक्नोलॉजी में देश-विदेश में नाम रोशन कर चुके डीसीएम इंटरनैशनल के विद्यार्थियों ने शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस स्टेट लेवल प्रतियोगिता में अव्वल स्थान करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले प्रतियोगिता में अपना स्थान बनाया है। विद्यार्थियों की इस सफलता के बाद स्कूल प्रशासन सहित विद्यार्थियों में खुशी का माहौल है।
स्कूल की कक्षा आठवी की छात्रा गुंजन व नाज द्वारा पानी की बचत हेतू सरकार को प्रॉविजन देने हेतू एक्वा सेवियर प्रोजैक्ट बनाया है। जिसके तहत दोनो छात्रो ने पानी की बचत पर रिसर्च की है। इसके लिए विद्यार्थियों द्वारा लंबे समय तक रिसर्च कर निष्कर्ष निकाला है कि एक आदमी एक दिन में अधिक से अधिक 72 लीटर पानी का इस्तेमाल कर सकता है और उसी के आधार पर विद्यार्थियो ने एक परिवार के एक माह के पानी के इस्तेमाल का ब्यौरा दिया है। उन्होंने सरकार के आगे सलाह रखी है कि एक लोगो को उनके इस्तेमाल के लायक फ्री जल मुहैया करवाए जाए और उससे अधिक पानी के लिए उपभोक्ताओ से राशि वसूली जाए। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से जहां लोग पैसे खर्च करने की बजाय पानी का ज्यादा इस्तेमाल करना कम करेंगे और देश में प्राकृतिक संसाधन रूपी पानी की बचत भी होनी शुरू हो जाएगी।
विद्यार्थियों की यह रिसर्च शिक्षा विभाग के अधिकारियो को काफी पसंद आई और यह प्रोजैक्ट ब्लॉक, जिला, स्टेट स्तर पर अव्वल आने के बाद अब राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली साइंस प्रतियोगिता में विद्यार्थियो द्वारा पेश किया जाएगा।
प्रिंसिपल मनीश पंवार ने बताया कि इस प्रतियोगिता में राज्य भर की 52 टीमो में से 8 टीमो का चयन हुआ है, जिसमें डीसीएम इंटरनैशनल के विद्यार्थियों द्वारा बनाए प्रोजेक्ट की हरेक द्वारा खूब सराहना की गई। उन्होंने बताया कि इससे पहले जिला स्तरीय प्रतियोगिता में उनके स्कूल के जूनियर रैंक में उनका स्कूल प्रथम तथा सीनियर रैंक में उनके स्कूल ने द्वितीया स्थान हासिल किया था।
अटल टिंकरिंग लैब के कोआर्डीनेटर उमेश बजाज व अध्यापिका रश्मि सलूजा ने बताया कि विद्यार्थियो द्वारा सामाजिक बुराइयो पर विज्ञान व तकनीक के माध्यम से रिसर्च कर उनके समाधान हेतू अनेको रिसर्च की जाती है। उन्होंने कहा कि इससे पहले विद्यार्थियो द्वारा बैटरी बूस्टर से बिना केबल कार चार्ज होने का प्रोजैक्ट भी बनाया था। उन्होंने कहा कि एटीएल लैब में विद्यार्थियों द्वारा आएं दिन नएं-नएं अविष्कार किए जाते है और विद्यार्थियों की खोज को विभिन्न प्रतियोगिताओं में खूब सराहना भी मिली है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में आयोजित ग्रैंड रोबोटिक्स चैलेंज में जहां तीसरा स्थान हासिल कर चुके है तो इंस्पॉयर आवार्ड मानक 2019, पंजाब चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस 2020 में बच्चें पहले स्थान पर कब्जा कर चुके है। उन्होंने कहा कि उनका स्कूल ऑनलाइन इवेंट आइडिएशन ऑफ वॉटर कजंरवेशन में देश के टॉप 50 स्कूलों में शामिल होकर तीसरा स्थान हासिल कर चुका है।
वीपी मनरीत सिंह ने कहा कि पिछलें 17 साल में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने में उनके स्कूल द्वारा अनेको प्रयास किए गए है और यही कारण है कि सीबीएसई परीक्षाओ में उनके विद्यार्थी अव्वल आते है। डीसीएम इंटरनैशनल के विद्यार्थी जहां साइंस एंड इनोवेशन में आए दिन नए प्रोजेक्ट बनाकर देश भर में जिले का नाम रोशन कर रहे है तो वहीं खेलो के क्षेत्र में भी उनके विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओ में हिस्सा लेकर मैडल जीत चुके है। विद्यार्थियों द्वारा आर्टीफिशियल इंटैलीजेंस के प्रयोग पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल का विजन विद्यार्थियों को शिक्षा के अलावा हर उन गतिविधियो में प्रोत्साहित करना है, जिससे उनका मानसिक व बौद्धिक विकास बढ़ सके और वह हर क्षेत्र में जाकर कामयाबी हासिल कर सके।