दो साल पहले प्रमोट हुए हेड टीचर को लुधियाना डीईअो ने दी पुनः हेड टीचर की पदोन्नति
-पदोन्नति देने के लिए वरिष्ठता सूचि को भी किया गया दरकिनार
शिक्षा मंत्री अरूणा चौधरी तथा शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की तरफ से शिक्षा सुधार में किए जा रहे दावे हवागवाई लग रहे हैं। लुधियाना एक एेसा जिला है जहां अकाली-भाजपा सरकार के समय भी जब प्रमोशन हुई थी तो उस समय भी काफी हांगामा हुअा अौर अब कांग्रेस के समय भी उन्हीं बातों को दोहराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह सब एक यूनियन के दबाव में हो रहा है। इस बार तो जिला शिक्षा अधिकारी प्राईमरी ने तो हद ही कर दी है। शिक्षा विभाग ने इस बार एक उस हेड अध्यापक को प्रमोशन दे दी है, जिसे वर्ष 2016 में शिक्षा विभाग ने पदोन्नति देकर सीरियर नंबर 247 पर उविन्दर सिंह को जगराअों के स्कूल में बतौर हेड अध्यापक लगा दिया था। अब 2017 में उसी अध्यापक को एक बार पुनः हेड टीचर बना दिया गया है। इस पदोन्नति से एक अध्यापक को अपने हक से हाथ धोना पड़ा है। ध्यान रहे कि इस बार लुधियाना के डीईअो ने 136 हेड टीचर तथा 05 सीएचटी को पदोन्नति दी है। इन पदोन्नति पाने वाले अध्यापकों को 3 नवंबर को अार्डर दिए जने हैं। एेसे ही शिक्षा विभाग ने एक दूसरी बड़ी गल्ती की है। इस गल्ती में विभाग ने 131 नंबर वरिष्ठता सूचि में महिला को पदोन्नति दे दी है जबकि असल में उस महिला का नंबर 161 है। इसी नामले को लेकर सोमवार (अाज) जीटीयू ने भी डीईअो प्राईमरी जसप्रीत कौर के साथ मुलाकात की। जीटीयू ने इसी मुद्दे को उठाया। हालांकि मामला यूनियन के पास जाने के कारण अपनी गल्ती को सुधार लिया है।
मगर, प्रश्न यह है कि एेसी गल्ती हुई ही क्यों? अध्यापकों का कहना है कि इससे पहले भी डीईअो अाफिस लुधियाना में एेसा ही काम होता रहा है। गत समय के दौरान भी पोदन्नति को लेकर विवाद हुअा था। उस समय विवाद इतना बड़ा की तत्कालीन डीईअो को राजनीतिक शरण लेकर अपना पद बचाना पड़ा था। इस बार भी जब अध्यापकों ने मामले को शिक्षा सचिव के साथ शेयर करने की बात कही तो डीईअो अाफिस में तुफान अा गया। अानन-फानन में तैयार की गई वरिष्ठता सूचि को सुधार दिया गया है।
जीटीय़ू के दखल के बाद अब पुनः तैयार होगी वरिष्ठता सूचि
उक्त मामले को लेकर सोमवार को जीटीयू के जिला प्रधान जगदीप सिंह जौहल के नेतृत्व में एक बैठक डिप्टी डीईअो डिंपल मदान के साथ हुई। इस बैठक के बाद जहां शिक्षा विभाग ने जारी वरिष्ठता सूचि में अध्यापकों से मंगलवार तक एतराज मांगे हैं वहीं लिस्ट में जो नाम शामिल नहीं किए गए थे, उन्हें भी शामिल करने पर सहमति बनी है। यही नहीं अब डिप्टी डीईअो डिंपल मदान ने साफ कर दिया है कि इस सूचि में जो भी गल्तियां हुई थी, उन्हें सुधार लिया गया है। डी-बार हुए अध्यापकों को इस लिस्ट में शामिल नहीं किया जाएगा। यही नहीं स्टेशन अालाटमेंट से पहले रिक्त स्टेशनों की लिस्ट जारी की जाएगी, इसके बाद वरिष्ठता सूचि के मुताबिक ही स्टेशन अलाट होंगे। इस मौके यूनियन ने विभाग के ध्यान में लाया कि कई अध्यापक जिन्हें दूर स्टेशन मिलते हैं वह ज्वाईन नहीं करते हैं अौर बाद में मैडिकर देकर नजदीक स्टेशन मांगते हैं। इस बार एेसा नहीं होना चाहिए। इस पर भी डिप्टी डीईअो ने सहमति दी है। इस मौके यूनियन के महासचिव शिंगारा सिंह, उपप्रधान गुरमीत सिंह, ब्लाक प्रधान इंद्रजीत सिंगला, हरजीत सिंह, केवल सिंह खन्ना, अमनदीप सिंग घलौटी मौजूद थे।
Source : Shikshafocus.com