डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स को मिला एजुकेशन एक्सीलैंस अवार्ड 2025
शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने समूह के सीईओ डा. अनिरूद्ध गुप्ता को किया सम्मानित
डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स को मिला एजुकेशन एक्सीलैंस अवार्ड 2025
-शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने समूह के सीईओ डा. अनिरूद्ध गुप्ता को किया सम्मानित-
फिरोजपुर, 19 अप्रैल, 2025: पिछले लगभग आठ दशक से शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स को बेहतरीन शिक्षा सुविधाए देने के एवज में एजुकेशन एक्सीलैंस अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया है। लुधियाना में आयोजित एक भव्य समारोह में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के अलावा शिक्षा जगत की प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया था।
प्रवक्ता विक्रमादित्या शर्मा ने बताया कि यह अवार्ड डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के सीईओ डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि डा. अनिरूद्ध गुप्ता द्वारा शिक्षा के बदलते क्रम में नए आयाम स्थापित करने के लिए अनेकों प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि डीसीएम द्वारा लुधियाना, पंचकूला में एंटरप्रिन्योर स्कूल स्थापित करके विद्यार्थियो को उनकी रूचि के मुताबिक ऐसी शिक्षा देने पर जोर दिया जा रहा है, जोकि उनके जीवन में काम आ सके। उन्होंने कहा कि लुधियाना में डीसीएम यंग एंटरप्रिन्योर स्कूल -डीसीएम यस- तथा पंचकूला में दास एंड ब्राऊन एक्सपीरिएंशल लर्निंग स्कूल देश के पहले ऐसे स्कूल है, जहां पर विद्यार्थियो के क्रेडल से कार्पोरेट बनने तक के सफर में पूरा साथ दिया जाता है।
शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि आज के युग में एंटरप्रिन्योरशिप व स्टार्टअप का बड़ा महत्तव है तथा इस प्रकार के कदम भारत को आर्थिक दृष्टिकोण से अधिक सशक्त बनाएंगे तथा राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
सीईओ डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने कहा कि इंडस्ट्री की मांग को देखते हुए डीसीएम के स्कूलो में शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियो को प्रैक्टिकल नॉलेज पर भी जोर दिया जाता है ताकि वह पूरी तरह से परिपक्व बन सके। भारत सरकार के आत्म निर्भर भारत और मेक इन इंडिया के प्रयास को प्रफुल्लित करने के उद्देश्य से डीसीएम यस की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा देश के अन्य शहरो में भी इस तरह के स्कूल खोलने का ड्रीम प्रोजैक्ट तैयार किया गया है, जहां पर विद्यार्थियो को उनकी रूचि मुताबिक शिक्षा मुहैया करवाई जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि इस स्कूल में विद्यार्थियो को ऐसा प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वह विश्व स्तरीय एंटरप्रिन्योर बन देश के विकास में सहयोग कर सकेंगे। डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने कहा कि कोई व्यक्ति मेहनत, दृढ़ निश्चय व ईमानदारी के साथ किसी भी क्षेत्र में आगे बढऩा चाहे, चाहे वह व्यक्ति किसी छोटे सीमावर्ती क्षेत्र का ही क्यों ना हो, उसके लिए किसी भी मुकाम को पाना मुमकिन नही है। उन्होंने बताया कि डीसीएम द्वारा आर्टीफिशियल इंटैलीजेंसी, डॉटा थिंकिंग, लीगल एजकेशन, डेटा एटेलिटिक्स, फाईनैंशियल लिटरेसी जैसे विषयो के अपने पाठयक्रम में जोडक़र शिक्षा को नए अयाम दिए है।
यहाँ ये वर्णनीय है कि सन 1946 में स्थापित डीसीएम ग्रुप ऑफ़ स्कूल्ज ग्रुप ऑफ़ स्कूल्ज द्वारा देश को हजारों की संख्या में आईएस , आईपीएस अफसर, सैन्य अधिकारी, डॉक्टर , इंजीनियर दिए है जो आज अपने -अपने क्षेत्र में समाज की उन्नति के लिए योगदान दे रहें हैं |