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कोरोना वायरस से जारी जंग – लोग अभूतपूर्व स्थिति पर क्या कहते हैं

कोरोना वायरस से जारी जंग का सभी वर्ग कर रहे समर्थन मगर रोजमर्रा का कार्य कर घर चलाने वालों के लिए गुजारा हुआ मुश्किल, कर्फ्यू में ढील की कर रहे मांग

लोग अभूतपूर्व स्थिति पर क्या कहते हैं

कोरोना वायरस से जारी जंग - लोग अभूतपूर्व स्थिति पर क्या कहते हैं

चंद्र मोहन हांडा, अध्यक्ष व्यापार मंडल

यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ दुकानदार अत्यधिक दरों पर सामान बेच रहे हैं जबकि इस संकट के समय में लोगों को चाहिए कि वह इस वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से लड़ने में मदद करें। मैं लोगों से सामान्य दरों पर सामान बेचने की अपील करता हूं और अगर किसी के खिलाफ कोई शिकायत मिलती है, तो मैं कानूनी कार्रवाई करने के लिए जिला प्रशासन को सूचित करने में संकोच नहीं करूंगा।

सुरेश कुमार, फास्ट फूड विक्रेता

मैं एक फास्ट फूड विक्रेता के रूप में कार्य करता था अब कर्फ्यू लगने के चलते 21 दिनों के लिए घर पर बंद हो गया हूं ।  इसमें कोई संदेह नहीं है, सरकार द्वारा लिया गया निर्णय जनता और राष्ट्र के हित में है लेकिन पंजाब में कोरोनोवायरस के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अगर कर्फ्यू की अवधि को बढ़ाया जाता है तो अगामी दिनों के लिए बचाकर रखी गई राशि समाप्त हो जाएगी और मैं बिना पैसे के कैसे गुजारा करूंगा ।  सरकार को मेरे जैसे लोगों की मदद करने के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।

अनीता सिकरी, हाउस वाइफ

मैं एक गृहणी हूं और घर घर में मशरूम की खेती और छोटा सा व्यवसाय कर रही हूं लेकिन कर्फ्यू के चलते मैं बिक्री के लिए बाहर नहीं जा सकती और न ही मेरे घर पर कोई खरीददारी के लिए आ सकता है । मैं सरकार से कर्फ्यू में ढील की अपील करती हूं और साथ ही लोगों से अनुरोध करती हूं कि वे सामाजिक दूरी के निर्देशों का पालन करें, भीड़ से बचेें ताकि हम कोरोना वायरस से जंग जीत सकें । उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर इसके खतरनाक परिणाम आ सकते हैं ।

रवि कुमार हेयर ड्रेसर

सोशल मीडिया और टेलीविजन पर प्रसारित समाचार सुनने के बाद मैं पूरी तरह से सहमत हूं कि दुनिया भर में फैले वायरस को नियंत्रित करने के लिए एकांतवास ही एकमात्र उपाय है। मैं इतना शिक्षित नहीं हूं लेकिन मैं इतना समझता हूं कि अगर हम प्रकृति के खिलाफ जाएंगे तो इसके परिणाम गंभीर होंगें । उन्होंने कहा कि जब सभी ओर से व्यक्ति हार जाता है तो एकमात्र प्रार्थना ही आशा बचती है। आइए हम सामान्य जीवन जीने के लिए आए इस वैश्विक महामारी के संकट से निकलने के लिए प्रार्थना करें ।

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