Ferozepur News

किताबों के प्रति लगाव पैदा करने के उद्देश्य से डीसीएम ने शुरू किया रीडिंग चैलेंज

महान लेखकों व महत्तवपूर्ण पुस्तकों के बारे में सोशल मीडिया से माध्यम से करवाया जा रहा परिचित

किताबों के प्रति लगाव पैदा करने के उद्देश्य से डीसीएम ने शुरू किया रीडिंग चैलेंज
-महान लेखकों व महत्तवपूर्ण पुस्तकों के बारे में सोशल मीडिया से माध्यम से करवाया जा रहा परिचित-

किताबों के प्रति लगाव पैदा करने के उद्देश्य से डीसीएम ने शुरू किया रीडिंग चैलेंज

किताबों के प्रति लगाव पैदा करने के उद्देश्य से डीसीएम ने शुरू किया रीडिंग चैलेंज

फिरोजपुर, 25 अप्रैल, 2020
लॉकडाऊन के दौरान किताबों के प्रति लगाव पैदा करने के उद्देश्य से डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल द्वारा विश्व पुस्तक दिवस को समर्पित रीडिंग चैलेंज शुरू किया गया है, जोकि एक सप्ताह तक लगातार जारी रहेगा। 23 अप्रैल से आरम्भ हुए रीडिंग चैलेंज में विद्यार्थियों के अलावा अध्यापक, अभिभावक सहित अन्य भी हिस्सा ले रहे है और उन्हें कवियों, लेखकों सहित जीवन में ज्ञान को बढ़ावा देने वाली महत्तवपूर्ण पुस्तकों के बारे में जानकारी हासिल होगी।
प्रिंसिपल राखी ठाकुर ने बताया कि रीडिंग चैलेंज के प्रतिभागियों ने अभी तक कबीर दास व शिव कुमार कुमार बटालवी सहित अन्य विख्यात लेखकों व कवियों की पुस्तकों को खुद भी पढ़ा और सोशल मीडिया के माध्यम से समाज को इन महान लेखकों से परिचित करवाया है। उन्होंने बताया कि इस रीडिंग चैलेंज में उनके स्कूल के अध्यापकों में शामिल अनुराधा शेरावत, ऋतिका सोनी, सीमा दत्ता, निलाक्षी गुप्ता, निशा शर्मा, शैली सिंह, रूबिना, नीति वर्माणी, सौरभ, शैली रहेजा द्वारा हिस्सा लिया जा चुका है।
वीपी अकैडमिक्स मनीश बांगा ने कहा कि स्कूल में ऑनलाइन कक्षाओं का क्रम निरंतर जारी है और अध्यापकों द्वारा विभिन्न तकनीक के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है और हरेक बच्चें से संपर्क साधा जा रहा है।
एक्टीविटी कोआर्डीनेटर जसमीत कौर व आशिमा ने कहा कि पिछलें दिनों उनके स्कूल द्वारा भूमि दिवस पर बुकमार्क मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई थी, जिसमें हजारों की संख्या में विद्यार्थियों ने हिस्साा लियाा था। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ उनमें आगे बढऩे की भावना पैदा करने के उद्देश्य से टैक्नोलजी केन रिप्लेस हयूमन टीचर विषय पर ऑनलाइन डिबेट प्रतियोगिता भी करवाई गइ। बच्चों को डांस, योग आसन, आर्ट एंड क्राफ्ट भी वीडियों के माध्यम से सिखाया जा रहा है।
वीपी सीनियर सैकेंडरी अजय मित्तल अनुसार अकैडमिक सैशन का एक भी दिन गवाएं बिना स्कूल ने गयारहवीं व बाहरवीं की ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही है। शत प्रतिशत विद्यार्थी इन कक्षाओं का हिस्सा बन रहे है ऑनलाइन अटैंडेंस भी ली जा रही है। रिकोर्ड वीडियों के माध्यम से विद्यार्थी एक ही लैक्चर को कई बार देख पा रहे है और यह ऑनलाइन एजुकेशन का बेहतरीन फायदा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close
Back to top button