अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर रेलवे के 151 स्टेशन बनेंगे आधुनिक
नौ प्रमुख स्टेशनों पर पुनर्विकास कार्य जारी, यात्रियों को मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर रेलवे के 151 स्टेशन बनेंगे आधुनिक
नौ प्रमुख स्टेशनों पर पुनर्विकास कार्य जारी, यात्रियों को मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
फ़िरोज़पुर , 19-10-2024: माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा अगस्त 2023 में शुरू किया गया ‘अमृत भारत स्टेशन’ योजना के तहत उत्तर रेलवे के 151 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इन पुनर्विकसित स्टेशनों में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ शहर के प्रमुख स्थान के रूप में रेल संपत्ति का अधिकतम उपयोग किया जाएगा। इसमें मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन के माध्यम से अन्य परिवहन प्रणालियों के साथ सहज यात्रा की सुविधा, और दुकानों, मॉल, कार्यालय स्थानों, फूड कोर्ट आदि के लिए आर्थिक गतिविधियों के अवसर भी होंगे। इससे रेलवे स्टेशन शहर का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएंगे।
वर्तमान में उत्तर रेलवे के नौ प्रमुख स्टेशन- जम्मू तवी, जालंधर कैंट, लुधियाना, गाज़ियाबाद, फरीदाबाद, काशी, अयोध्या धाम (द्वितीय चरण), मेरठ सिटी और श्री माता वैष्णो देवी कटरा पर पुनर्विकास कार्य चल रहा है। इन नौ स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का अनुमानित खर्च 2564 करोड़ रुपये है। इस परियोजना में स्टेशन भवनों का नवीनीकरण, विस्तार और पुनः मॉडलिंग शामिल है। यात्रियों की सुविधा के लिए नए फुट ओवर ब्रिज (एफओबी), लिफ्ट, एस्केलेटर, शेल्टर के साथ ऊँचे प्लेटफॉर्म आदि का निर्माण किया जा रहा है।
जम्मू तवी स्टेशन के 38,336 वर्गमीटर के कुल फ्लोर एरिया के साथ आठ प्रमुख कार्यों पर काम हो रहा है। इसमें स्टेशन के दोनों किनारों पर बिल्डिंग ए और बिल्डिंग बी का निर्माण, दो एफओबी (कटरा और पठानकोट साइड) का निर्माण, एयर कंकर्स, बाहरी सौंदर्यीकरण और यातायात के सुगम प्रवाह के लिए छोटे पुलों का निर्माण शामिल है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले गाज़ियाबाद और फरीदाबाद के स्टेशनों का व्यापक पुनर्विकास किया जा रहा है ताकि बढ़ती यात्रियों की संख्या को संभाला जा सके। गाज़ियाबाद स्टेशन के सिटी साइड और विजय नगर साइड पर नए स्टेशन भवन बनाए जा रहे हैं। यहाँ दो एफओबी का निर्माण आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञता में हो रहा है। फरीदाबाद स्टेशन के पूर्व और पश्चिम दोनों ओर नए स्टेशन भवन बनाए जा रहे हैं और वर्तमान में कंकर्स और एफओबी का नींव कार्य प्रगति पर है।
काशी और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन, जो पहले छोटे स्टेशन थे, उन्हें वाराणसी और अयोध्या के तीर्थ शहरों में सैटेलाइट स्टेशनों के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन शहरों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे यात्रियों को आरामदायक और तेज़ यात्रा की सुविधा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। काशी और अयोध्या धाम के रेलवे स्टेशनों को मुख्य स्टेशनों को कम भीड़-भाड़ वाला बनाने के उद्देश्य से विकसित किया जा रहा है ताकि यात्री और मालगाड़ियों का संचालन सुचारु रूप से हो सके।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री अशोक कुमार वर्मा ने बताया, “भारत में यात्रा का मुख्य साधन भारतीय रेलवे को हर पहलू में आधुनिक बनाया जा रहा है। स्टेशनों के आधुनिकीकरण से लेकर वंदे भारत और अमृत भारत जैसे प्रभावी ट्रेनों की शुरुआत, रूट्स का विद्युतीकरण, पर्यावरण का ध्यान और स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता, रेलवे ने सुविधाओं और यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ‘विकास यात्रा’ शुरू की है।”